वाराणसी (ब्यूरो)। काशी को स्मार्ट सिटी का दर्जा तो दे दिया गया, लेकिन शहर कितना स्मार्ट हुआ है, इसकी बानगी बेनियाबाग पार्किंग में जाकर देख सकते हैं। 90.42 करोड़ की लागत से तैयार की गई बेनियाबाग पार्किंग आज तक स्मार्ट नहीं हो पाई। कंस्ट्रक्शन के समय स्मार्ट सिटी के अफसरों ने पार्किंग को एप से जोडऩे का दावा किया था, लेकिन एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी आज तक एप पर बेनियाबाग पार्किंग अपडेट नहीं हो सका। न ही स्मार्ट सिटी के अफसरों ने इसे अपडेट करने की कोशिश की, जबकि पार्किंग में प्रतिदिन एक हजार से अधिक वाहनों की पार्किंग हो रही है। महीने का रेवेन्यू करीब दो लाख के आसपास है। इसके बाद भी पुराने ढर्रे पर पर्ची काटकर दोपहिया या फिर चारपहिया वाहनों को खड़ा किया जा रहा है.
दावे हुए हवा-हवाई
पार्किंग के निर्माण के समय स्मार्ट सिटी के जीएम डॉ। डी वासुदेवन ने कहा था कि पार्किंग के निर्माण के बाद एप तैयार किया जाएगा। इस एप पर जाकर पार्किंग की स्थिति देख सकेंगे। पार्किंग में जगह है कि नहीं, इस एप पर देखकर पता कर सकेंगे। इतना ही नहीं जगह है तो तय अवधि के लिए आनलाइन इसे बुक भी करा सकेंगे लेकिन सारे दावे हवा-हवाई साबित हो गए।
काशी तो दूर दिल्ली, मुंबई से जोडऩे की बात कही गई थी
स्मार्ट सिटी के अफसरों ने पार्किंग के लोकार्पण से पहले कहा था कि बेनियाबाग पार्किंग को स्मार्ट सिटी इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम के तहत नए एप को जोड़ा जाएगा। नए साल तक यह सुविधा बहाल हो जाएगी। आनलाइन इस सर्विस का लाभ देश के किसी हिस्से से उठाया जा सकेगा, लेकिन आज तक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई। दिल्ली, मुंबई तो दूर काशी के लोग एप के जरिए पार्किंग में स्थान नहीं पता कर सकते.
पुराने ढर्रे पर काटी जा रही पर्ची
बेनियाबाग पार्किंग का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2021 में लोकार्पण किया था ताकि काशी की जनता के साथ देश की जनता काशी में दर्शन-पूजन या फिर घूमने आएं तो उनको अपने वाहनों की पार्किंग के लिए भटकना न पड़े। एप के जरिए वह पार्किंग में स्थान का पता कर वाहन को खड़ा कर सकें, लेकिन स्मार्ट सिटी के अफसरों ने उनकी योजनाओं पर भी पानी फेर दिया.
स्मार्ट सिटी ने कितना कार्य किया, यह तो नहीं जानकारी है। बेनियाबाग पार्किंग को एप से जोडऩे की बात कही गई थी तो इसे पता कर जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा.
सिपू गिरी, नगर आयुक्त