वाराणसी (ब्यूरो)कैंट पुलिस ने 11 वर्ष की लापता बालिका का खंडहर में शव मिलने के मामले का राजफाश किया हैइस संबंध में बालिका के चचेरे भाई व उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया गयाइनमें से एक आरोपित नाबालिग बताया गयाखास बात यह रही कि आरोपित बच्ची की तलाश करने के लिए पुलिस व स्वजन संग घूमते रहेउसकी हत्या से पहले उसके साथ सामूहिक और अप्राकृतिक दुष्कर्म किया गया थापुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद दर्ज मुकदमे में धाराओं में वृद्धि की हैकक्षा छह में पढऩे वाली बालिका चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थीबीते बुधवार को घर पर सुबह करीब 11 बजे तक थीइसके बाद लापता हो गईदूसरे दिन बच्ची का शव पास के ही खंडहरनुमा मकान में मिला था

संदेह पर पुलिस ने उठाया

कैंट पुलिस ने घटना में शामिल बच्ची के चचेरे भाई, उसके दोस्त सनोज उर्फ राहुल ङ्क्षसह और एक किशोर को गिरफ्तार कर लियातीनों पर पाक्सो, अपहरण, सामूहिक व अप्राकृतिक दुष्कर्म, हत्या, साक्ष्य छिपाने के आरोपों में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गयापुलिस ने शुक्रवार को संदेह के आधार पर चचेरे भाई को उठाया और पूछताछ शुरू कीइसके बाद सनोज उर्फ राहुल ङ्क्षसह और एक नाबालिग की भी संलिप्तता सामने आईसनोज और नाबालिग को फुलवरिया घोसियाना के निर्माणाधीन पुल के पास से पकड़ा गया.

देर रात खंडहर में फेंका था शव

पुलिस के अनुसार आरोपितों ने गत बुधवार सुबह करीब 11 बजे बच्ची को बहाने से बुलायाआरोपित राहुल के घर भूतल में कमरे में लेकर गएदोपहर करीब एक से दो बजे के बीच बच्ची के साथ हैवानियत कीइसके बाद गला घोंट कर उसकी हत्या कर दीरात में करीब दो बजे के आसपास खंडहरनुमा मकान में शव फेंक कर अपने-अपने घर चले गएगुरुवार को बच्ची की लाश मिलीउस दिन आरोपित मौके पर ही थे

पुलिस के साथ घूमता रहा आरोपी

पुलिस जब छानबीन कर रही थी तो तीनों पुलिस पर नजर बनाए हुए थेइसके बाद दूसरे दिन आरोपित राहुल गायब हो गयापुलिस ने मुहल्ले के नशेड़ी प्रवृत्ति के युवकों को ढूंढना शुरू कियाइसमें राहुल का भी नाम आयाजब पुलिस उसके घर गई तो वह लापता थाइसके बाद उस पर संदेह हो गयाराहुल पहले भी छेड़छाड़ की घटनाओं में शामिल रहा हैमुहल्ले में एक युवती से छेडख़ानी की घटना में नाम सामने आया, हालांकि तब किसी तरह की कार्रवाई उसपर नहीं हुई थीजिससे उसका मन बढ़ता चला गया.

गिरफ्तारी करने वाली टीम

कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक प्रभुकांत, निरीक्षक अपराध विजय कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक इंद्रकांत मिश्रा, फुलवरिया चौकी प्रभारी सौरभ पांडेय, उप निरीक्षक राकेश कुमार आदि आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल थे