वाराणसी (ब्यूरो)। गणेश चतुर्थी पर 19 सितंबर को रवि योग, वैधृति योग, स्वाति नक्षत्र व विशाखा नक्षत्र में गणपति बप्पा घर-घर विराजेंगे। 28 सितंबर अनंत चतुर्दशी तक 10 दिनों तक शहर में गणेशोत्सव की धूम रहेगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। पंडालों में स्थापना के लिए गणेश प्रतिमाओं को कलाकार अंतिम रूप देने में जुटे हैं। मंदिरों में भी इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। मूर्तिकार भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं को कई नए स्वरुपों में आकार दे रहे हैं। मूर्तिकार ऑर्डर पर चंद्रयान पर विराजे गजानन की मूर्तियों को भी तैयार कर रहे हैं। साथ ही अन्य डिजाइन की मूर्तियां भी लोगों को खूब पंसद आ रहीं हैं।
जोर-शोर से चल रही तैयारी
गजानन के वेलकम को काशी में तैयारी जोर-शोर से हो रही है। गणेश चतुर्थी के मौके पर कोई भी किसी प्रकार की कमी नहीं रखना चाहता है। इसलिए सभी मार्केट में खरीदारी के लिए अभी से जुटे हुए हैं। वहीं बात करें काशी में सजने वाले पंडालों की तो समितियों की तैयारी भी जोरों पर है। काशी मराठा समिति हर बार की तरह इस बार भी गणेश चतुर्थी का भव्य आयोजन कर रहीं है।
मुंबई से मंगाई जाएगी मूर्ति
समिति के अध्यक्ष आनंद सूर्यवंशी ने होने वाले गणेश उत्सव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हर बार उनकी समिति गणेश उत्सव को बहुत धूमधाम से मनाती है। इस बार भी गजनान की मूर्ति मुंबई से मंगवाई जाएगी। खास बात यह है कि यह मूर्ति वही मूर्तिकार तैयार करते हैैं, जो मुंबई के लालबाग के राजा की मूर्ति बनाते हैं। समिति के लोग वैसी ही मूर्ति तैयार करवाते हैं, जैसी एक वर्ष पहले लालबाग के राजा की प्रतिमूर्ति होती है। वहीं दूसरी तरफ नूतन बालक गणेशोत्सव समिति की तैयारियां भी जोरों से चल रहीं हैं। इस बार भी समिति ढेरों कार्यक्रम आयोजित करेंगी। साथ ही गजानन की खास मूर्ति को मंगवाया जाएगा.
कई कार्यक्रम होंगे आयोजित
बनासर की सभी समिति बढ़े ही खास तरह से गणेश उत्सव को आयोजित करती हैं। महाआरती, मेहंदी प्रतियोगिता, कौन बनेगा लखपति, चित्रकला प्रतियोगिता, छत्रपति शिवाजी सम्मान समारोह, जागरण, फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता, हल्दी कुमकुम कार्यक्रम, डांस प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम समितियों दारा आयोजित किया जाएगा। इस बार भी काशीवासी बड़े धूमधाम से गणेश उत्सव को मनाएंगे.
घरों के लिए भी डिमांड
मार्केट में भी लोग अपने-अपने घरों के लिए बप्पा की मूर्ति को खरीद रहे हैं। गणपति बप्पा की एक से बढ़कर एक डिजाइन की मूर्तियां मार्केट में उपलब्ध हैं। इस बार चंद्रयान-3 सफल होने के कारण लोग चंद्रयान पर विराजे गणपति बप्पा की भी खूब डिमांड कर रहे हैं। चंद्रयान पर विराजे गजानन की मूर्ति के अलावा और भी तरह की बप्पा की मूर्तियां आपको मार्केट में मिल जाएंगी। कहीं बप्पा कमल पर विराजमान हंै तो कहीं अपनी सवारी मूषक पर। मन को मोह लेने वाली ढेरों मूर्तियां, मूर्तिकार तैयार कर रहे हैं.
महंगाई का असर, 10 फीसदी बढ़े दाम
महंगाई का असर प्रतिमाओं पर पड़ रहा है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार प्रतिमा के दाम 10 फीसदी बढ़ गए हैं। मूर्तिकार केशव बताते हैं कि लोग मूर्तियों के ऑर्डर काफी पहले से ही दे चुके हैं। इस बार अलग-अलग डिजाइन की मूर्तियों के साथ ही लोग चंद्रयान पर विराजमान बप्पा की मूर्ति के भी ऑर्डर दे रहे हैं। चंद्रयान वाली गजानन की मूर्तियां केशव अॅार्डर पर तैयार कर रहे हैं.
हर बार की तरह इस बार भी मूर्ति को मुंबई से मंगवाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के साथ बप्पा की पूजा-अर्चना की जाएगी.
आनंद राव सूर्यवंशी, अध्यक्ष, काशी मराठा समिति