वाराणसी (ब्यूरो)। काशी में शुरू हो रहे देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे पर सुगम यात्रा के साथ ही आपकी सेहत का भी ख्याल रखा जाएगा। रोपवे पर सफर के दौरान तेज धूप का असर गोंडोला के अंदर नहीं के बराबर होगा। साथ ही हानिकारक पराबैगनी किरणों से यात्री बच सकेंगे। स्विट्जरलैंड से आयातित गोंडोला खास मटेरियल का बना होगा। जो यूवी रे प्रोटेक्टेड होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में रोप वे का निर्माण तेजी से चल रहा है। कैंट स्टेशन से पर्यटकों को विश्वनाथ मंदिर और दशाश्वमेध घाट के नजदीक गोदौलिया चौराहे तक सफर कराएगा.
अल्ट्रावायलेट किरणों से बचेंगे
पीएम नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी और भारत की पहली पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोपवे परियोजना को काशी में धरातल पर तेजी से उतारा जा रहा है। आप रोपवे से जब यात्रा करेंगे तब केवल वायु और ध्वनि प्रदूषण से तो बचेंगे ही। साथ ही सूरज से निकलने वाली हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से भी बचेंगे। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड की प्रोजेक्ट डायरेक्टर पूजा मिश्रा ने बताया कि गोंडोला को स्विटजरलैंड से आयातित किया जा रहा है। गोंडोला खास मटेरियल का बना होगा जो सूर्य की अल्ट्रा वाइलेट किरणे को रोकेगा।
रोशनी होगी रिफ्लेक्ट
गोंडोला पर पडऩे वाली सूरज की रोशनी रिफ्लेक्ट होगी, जिससे यात्रियों को अंदर कम गर्मी भी लगेगी। रोपवे को ऐसा डिजाइन किया गया है ,जिससे गोंडोला के अंदर अच्छा वेन्टीलेशन भी बना रहेगा। विरासत को विकास के साथ जोड़ते हुए ब्रांड बनारस की चर्चा दुनिया में हो रही है। देश के अन्य पर्यटक स्थलों को पीछे छोड़ते हुए वाराणसी में एक वर्ष में 10 करोड़ पर्यटकों की आमद काशी के विकास पर मोहर लगा रही है.