वाराणसी (ब्यूरो)। आम बजट को लेकर व्यापारी वर्ग काफी उत्साहित है। इसको लेकर मंगलवार को बजट चौपाल लगाकर वित्तमंत्री से मांग की है कि बजट में व्यापारियों का भी ख्याल रखा जाए। व्यापारियों ने आम आदमी की जरूरत सीमेंट पर जीएसटी में राहत की मांग की। सीमेंट व्यवसाई लकी वर्मा ने समय की जरूरत बताया ताकि हर व्यक्ति को सिर ढकने के लिए छत मिल सके। दवा व्यवसाई शरद वर्मा ने ऑनलाइन से दवा व्यवसाय पर पडऩे वाले प्रतिकूल प्रभावों के बारे में कहा। सरकारी खजाने को टैक्स से भरने वाले व्यापारियों का भी निशुल्क चिकित्सा के लिए मेडिकल कार्ड बनाया जाए.
व्यापारी आयोग का गठन हों
टेंट व्यवसाई मनोज रावत ने टेंट एवं कैटरिंग व्यवसाय के साथ होटल सेक्टर की प्रतिस्पर्धा के कारण टेंट व्यवसाय को होने वाली हानि की बात कही। संस्था के उपाध्यक्ष राजेश त्रिवेदी, संचालन कर रहे राकेश मिड्ढा ने व्यापारी आयोग एवं व्यापारी पेंशन की पुरजोर मांग की.
बजट को हिन्दी में पेश किया जाए
संजीव सिंह बिल्लू ने वित्त मंत्री से बजट को हिंदी में पेश करने का आग्रह किया एवं अपेक्षा किया कि आगामी बजट जन आकांक्षाओं के अनुरूप होगा न कि उद्योगपति घराने को लाभ देने वाला। चौपाल में फर्नीचर व्यापारी यादवेंद्र सिंह ने कंपनी निर्मित एवं हस्त निर्मित फर्नीचर के टैक्स भिन्नता को अनुचित ठहराया एवं मांग किया कि हस्तनिर्मित फर्नीचर को लघु उद्योग सेक्टर में शामिल किया जाए.
मंडी टैक्स को हटाया जाए
महामंत्री प्रतीक गुप्ता ने मंडी टैक्स को औचित्यहीन बताते हुए इसे तुरंत समाप्त करने की मांग की। चौपाल में अभिषेक राय, नन्द किशोर अरोड़ा, सिंधु सोनकर, राकेश गुप्ता, गुलशन कपूर, पंकज पटेल, अनिल बाधवा, रविन्द्र,नरेश, राधेश्याम गोंड, मनीष यादव, जय किशन गुप्ता, चंद्रप्रकाश ने वित्तमंत्री से व्यापारियों के लिए राहत की मांग की। धर्मशाला और होटल पर से टैक्स हटाने की मांग की.