वाराणसी (ब्यूरो)। महाराष्ट्र पुलिस और एसटीएफ (वाराणसी) ने शनिवार दोपहर ङ्क्षसधोरा के भगवतीपुर (मंझवा) निवासी प्रदीप प्रजापति के मकान में छापेमारी कर ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स बनाने का राजफाश करते हुए तिवारीपुर (बड़ागांव) निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली और बड़ागांव के ही पुवारी खुर्द गांव निवासी अतुल ङ्क्षसह को गिरफ्तार कर लिया। छापामार दल ने मौके से ढाई किलो ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स, 100 लीटर मिक्स केमिकल समेत दूसरे रसायन (कुल अनुमानित लागत 30 करोड़) और आइ-20 कार बरामद की है। एक जनवरी को मुंबई क्राइम ब्रांच ने 400 ग्राम ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स के साथ युवक को पकड़ा था, जिससे पूछताछ में वाराणसी का कनेक्शन सामने आया तो एसटीएफ आपरेशन में जुटी और ढाई माह बाद राजफाश हुआ। गिरफ्तार दोनों युवकों को ट्रांजिट रिमांड के बाद क्राइम ब्रांच मुंबई ले गई.
बाजार से 8 किमी। दूर
ङ्क्षसधोरा बाजार से आठ किमी। दूर भगवतीपुर गांव स्थित मकान में ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स बनाया जा रहा था। स्पेशल टास्क फोर्स के इंस्पेक्टर अनिल ङ्क्षसह को ङ्क्षसधोरा में ड्रग्स बनाने का इनपुट मिला था, इसलिए सुराग लगाने में वक्त लग गया। स्थान चिह्नित हुआ तो मुंबई क्राइम ब्रांच की इंस्पेक्टर रूपाली संग एसटीएफ ने दोपहर में दो बजे छापेमारी की तो ड्रग्स निर्माण में लगे संतोष और अतुल पकड़े गए। दोनों ने बताया कि दो लाख रुपये प्रति किलो की दिहाड़ी पर ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स तैयार करते थे। बताया कि बरामद कच्चे माल से 25 किलो ड्रग्स तैयार करना था।
मोनू करता था बेचने का काम
ङ्क्षसधोरा में तैयार ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स मुंबई में बेचने का काम वहां के सोपारा अंतर्गत नगर नाला निवासी ओम गुप्ता उर्फ मोनू करता था। ओम गुप्ता का नाम ही मुंबई क्राइम ब्रांच को एक जनवरी को पता चला था। जानकारी मिली थी कि ओम वाराणसी में ड्रग्स तैयार कराकर विदेश भेजता है। बनारस में 15 लाख रुपये प्रति किलो के ड्रग्स का भाव मुंबई पहुंचने पर 25 लाख हो जाता है। ड्रग्स में अकूत कमाई होने के कारण तस्करों ने प्रदीप से मकान खरीदने के लिए साढ़े छह लाख एडवांस दिया था, दस दिन बैनामा होना था। ङ्क्षसधोरा थाने में केस दर्ज हुआ है। छह माह पूर्व शिवपुर में ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स बनाए जाने का राजफाश एसटीएफ ने किया था। मजेदार यह कि शिवपुर के बाद ङ्क्षसधोरा पुलिस भी अनजान बनी रही.
क्या है ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स
ङ्क्षसथेटिक ड्रग्स नशीली और दर्द निवारक दवाओं समेत 13 तरह के केमिकल के प्रयोग से तैयार की जाती हैं। इसमें क्लोरोफार्म, हाइड्रोक्लोराइड, सोडियम हाइड्राक्साइड, हाइड्रोक्लोराइड एसिड आदि शामिल हैं। इसे हाइप्रोफाइल सोसाइटी में प्रयोग होता है, नाइजीरियन ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.