वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस को जिंदादिल और मस्तमौला शहर कहा जाता है, लेकिन यहां का युवा वर्ग जिम्मेदारी का बोझ उठाने में शायद फेल हो रहा है। बीते दिनों एक के बाद सुसाइड के मामले सामने आए। यानी यूथ के अंदर सुसाइड की प्रवृति बढ़ रही है। कमिश्नरेट पुलिस की रिपोर्ट में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। बनारस में प्रेम प्रसंग और गृहक्लेश के कारण सर्वाधिक सुसाइड की घटना हुई हैं। इसमें सबसे ज्यादा 26 से 45 आयु वर्ग वाले यंगस्टर्स ही मौत को गले लगा रहे हैं। सबसे अधिक निराश और हताश वरुणा जोन के यंगस्टर्स हैं। 2022 में कुल 157 सुसाइड की घटनाएं हुई हैं। इसमें 68 वरुणा जोन, 60 काशी जोन और गोमती जोन में 29 घटनाएं शामिल हैं। इसी तरह 2023 में 150 से अधिक लोगों ने मौत को गले लगाया। इसमें भी सर्वाधिक संख्या यंगस्टर्स की है। ऐसे में मनोचिकित्सक समझदारीपूर्वक जीवनयापन की सलाह दे रहे हैं।
दो दर्जन सुसाइड
पारिवारिक कलेश, प्रेम प्रसंग, पढ़ाई का बोझ हो, अर्थिक तंगी का मामला हो या कुछ और परेशानी, हर मामले में लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है। लोग मायूस होकर मौत को गले लगा रहे हैं। जनवरी से फरवरी 2024 में तो दो दर्जन से अधिक लोगों ने मौत को गले लगा लिया। किसी ने फांसी पर लटक कर, किसी ने ट्रेन के आगे आकर तो किसी ने जहर खाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। अभी तक अधिकांश मामलों में इस तरह की मायूसी भरी भावना छात्रों या बुजुर्ग में देखने को मिलती थी, लेकिन मौजूदा समय में शादी के बाद यंगस्टर्स में मायूसी देखने को मिल रही है।
सुसाइड पर ऐसे लगेगा स्टॉप
शारीरिक स्तर पर समय पर सोना और एक निश्चित समय पर उठना जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करें और संतुलित पौष्टिक आहार ग्रहण करें। शराब और धूमपान से बचें। निगेटिव थाट््स यदि आते हैं तो प्रेरणादायी कहानियां सुनें और सकारात्मक रहें। परिवार के साथ मिलकर बैठकर बात करें और पारिवारिक कलह होने पर कुछ देर के लिए वह स्थान छोड़ दें।
शादी के बाद लाइफ में बहुत बड़ा चेंज आता है। बच्चा होने के बाद जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। वर्किंग कपल्स होने के कारण दिक्कतें बढ़ रही हैं। इससे यंगस्टर्स तनाव में है। इसके अलावा कारोबार में घाटा या एस्ट्रा मैरिटल अफेयर के चलते 26 से 45 उम्र के यंगस्टर्स ज्यादा तनाव में हैं। ऐसे हालात में लोग अपनी जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं।
- डॉ। रविंद्र कुशवाहा, मनोचिकित्सक
बनारस में सुसाइड की घटनाओं की पड़ताल की गई तो सबसे अधिक प्रेम प्रसंग और पारिवारिक कलह के कारण सर्वाधिक सुसाइड की घटना हुई हैं। इसमें 26 से 45 आयु वर्ग के यंगस्टर्स की संख्या सबसे ज्यादा है। इसमें भी फीमेल ज्यादा हंै.
- ममता रानी, एडीसीपी महिला अपराध
फरवरी में हुई सुसाइड की घटनाएं
7 फरवरी 2024 : लोहता थाना क्षेत्र में प्रेमी के घर पहुंची प्रेमिका को परिजनों से पकड़ लिया था। इसके बाद प्रेमिका ने सुसाइड कर ली।
10 फरवरी 2024 : कैंट थाना क्षेत्र के वरुणा गार्डेन में युवक ने जन्मदिन पर अपार्टमेंट की छत से कूदकर जान दे दी।
12 फरवरी 2024 : चेतगंज थाना क्षेत्र में बेटे की शादी से एक दिन पहले पिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
19 फरवरी 2024 : जंसा थाना क्षेत्र में पारिवारिक कलह से परेशान युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी.
20 फरवरी 2024 : चांदपुर के पास केराकतपुर में पति से विवाद होने पर नवनिवाहिता ने ट्रेन से कटकर जान दे दी
2022 में सुसाइड
काशी जोन = 60
15 से 25 आयु : 17
26 से 45 आयु : 31
45 से ऊपर : 12
(रामनगर, भेलूपुर और सिगरा एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)
वरुणा जोन - 68
15 से 25 आयु : 24
26 से 45 आयु : 34
45 से ऊपर : 10
(मंडुवाडीह और चोलापुर एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)
गोमती जोन - 29
15 से 25 आयु : 14
26 से 45 आयु : 14
45 से ऊपर : 1
(मिर्जामुराद व बड़ागांव एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)
2023 में सुसाइड
काशी जोन = 58
15 से 25 आयु : 16
26 से 45 आयु : 29
45 से ऊपर : 13
(रामनगर, भेलूपुर और सिगरा एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)
वरुणा जोन - 72
15 से 25 आयु : 26
26 से 45 आयु : 32
45 से ऊपर : 14
(मंडुवाडीह और चोलापुर एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)
गोमती जोन - 24
15 से 25 आयु : 11
26 से 45 आयु : 9
45 से ऊपर : 4
(मिर्जामुराद व बड़ागांव एरिया में सबसे ज्यादा सुसाइड)