वाराणसी (ब्यूरो)बीएचयू और आईआईटी के बीच बाउंड्री वॉल पर रार अभी भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा हैरविवार को बीएचयू और आईआईटी-बीएचयू प्रशासन के संयुक्त बैठक के बाद प्रेस रिलीज जारी कर इस पूरे मसले पर अपनी ओर से सफाई तो दे दी गईलेकिन, छात्रों का आक्रोश अभी भी शांत नहीं हुआ हैरविवार देर शाम बीएचयू की ओर से जारी इस आदेश के बाद भी छात्रों ने आंदोलन समाप्त करने करने के मूड में नहीं आए और सोमवार को निकलने वाले प्रतिकार मार्च को भी स्थगित नहीं कियाछात्रों की इस लड़ाई ने अब दूसरा मोड़ ले लिया हैछात्रों ने इस मामले में वीसी और आईआईटी के डायरेक्टर से माफी सहित 10 मांगों को विवि प्रशासन के सामने रख दिया हैंइसको लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को बड़ी रैली निकालकर बीएचयू प्रशासन के सामने अपने गुस्से का इजहार किया.

नहीं चलेगी जिन्ना की नीति

बीएचयू के छात्र आशीर्वाद ने बताया कि हमारी मांग है कि आईआईटी को विश्वविद्यालय के अधीन किया जाएइसके अलावा बीएचयू और आईआईटी के बीच बाउंड्री वॉल बनाने का फैसला लेने वाले सार्वजनिक तौर पर छात्रों के सामने आकर माफी मांगें और लिखित में छात्रों को आश्वासन दें कि भविष्य में ऐसा कोई भी प्रस्ताव लाना तो दूर सोचा तक नहीं जाएगाछात्र पतंजलि पांडेय ने बताया कि हमारी 10 सूत्रीय मांगों को जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं मान लेता तब तक छात्रों का यह आंदोलन जारी रहेगा