- संस्कृत यूनिवर्सिटी में ऑफिस बंद करादिया धरना, नारेबाजी
- प्रो। सुधाकर मिश्र को बहाल करने के लिए वीसी पर बनाया प्रेशर
VARANASI
अब संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने रजिस्ट्रार पद पर वेदांत विभाग के प्रो। सुधाकर मिश्र की बहाली को लेकर वीसी पर प्रेशर भी बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि वीसी ने तत्काल कोई फेरबदल करने से इंकार कर दिया। इससे क्षुब्ध होकर शनिवार को कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दफ्तर बंद करा दिया और वीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
नहीं बनी बात
इससे पहले कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिलकर रजिस्ट्रार बदले जाने के औचित्य पर सवाल उठाया। कहा कि अध्यापकों के प्रेशर में विज्ञान विभाग के प्रो। जितेंद्र कुमार को रजिस्ट्रार बनाना अनुचित है। टीचर्स का रजिस्ट्रार से कोई सीधा वास्ता नहीं होता है। रजिस्ट्रार कर्मचारियों के मुखिया होते हैं। दूसरी ओर राजभवन ने तीन माह से कम कार्यकाल होने के कारण वीसी का पावर सीज कर दिया है। इसके तहत वह नीतिगत फैसले नहीं ले सकते हैं। इतना ही नहीं सूबे में आचार संहिता भी लागू है। ऐसे में जब तक प्रो। सुधाकर को रजिस्ट्रार पद पर बहाल नहीं किया जाता है तब तक कर्मचारी कामकाज नहीं होने देंगे। प्रतिनिधि मंडल में संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडेय, महामंत्री विनय कुमार, चंद्र नाथ मिश्र, डॉ। राम गोपाल मिश्र सहित अन्य लोग शामिल थे।
छवि हो रही धूमिल
यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों का कहना है कि वीसी द्वारा दबाव में फैसले लिए जाने से विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है। छात्रों के दबाव में चीफ प्रॉक्टर को बदलने का डिसीजन भी दुर्भाग्यपूर्ण है।