वाराणसी (ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के मतगणना के दिन गुरुवार को बनारस में हाई अलर्ट जारी किया गया था। पहडिय़ा मंडी में मतगणना शुरू होने के साथ ही जिले और बाहर से आई फोर्स ने रूट मार्च करने के साथ सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल ली थी। दोपहर तीन बजे शहर दक्षिणी के विधानसभा क्षेत्र के सपा प्रत्याशी किशन दीक्षित के बढ़त बनाए रखने के साथ कार्यकर्ता सड़क पर उतरने लगे। वहीं, भाजपा के भी कार्यकर्ता सड़क पर जुलूस निकालने लगे। इन्हें रोकने में कमिश्नरेट पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कमिश्नरेट पुलिस की पूरी कोशिश थी कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आमने-सामने नहीं हो, यदि सामना हुआ तो बवाल तय हैं।
निकालने लगे जुलूस
दोपहर साढ़े तीन बजे 15वें चक्र के आए परिणाम में सपा प्रत्याशी किशन दीक्षित को 58949 मत मिले थे, वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ। नीलकंठ तिवारी को 57580 वोट। दोनों दलों के कार्यकर्ता जीत का दावा करते हुए जुलूस निकालने लगे। पुलिस उन्हें जुलूस नहीं निकालने की नसीहत देती रही। 18वें चक्र में किशन दीक्षित के 2313 वोट से आगे होते ही सपा कार्यकर्ता जीत का जश्न मानते हुए मतगणना स्थल पहडिया मंडी के कार्यालय से बाहर निकल आए। वे समर्थन में नारेबाजी करने लगे तो भाजपा कार्यकर्ता भी नारेबाजी करते हुए आगे बढऩे लगे। पुलिस ने दोनों दलों को घेर लिया।
कार्यालय में पहुंचाया
22वें चक्र में भाजपा प्रत्याशी डॉ। नीलकंठ तिवारी 1863 वोटों से आगे हो गए। इस बीच वाट््सएप ग्रुप पर सूचना प्रसारित होने लगी कि किशन दीक्षित आठ हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए हैं। उत्साहित कार्यकर्ता कार्यालय छोड़कर सड़क पर आ गए। उन्हें नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सपा कार्यकर्ताओं को कार्यालय के अंदर करने के साथ सीआरपीएफ लगा दी गई। साथ ही नहीं मानने पर लाठी चार्ज की परमिशन भी दे दी गई। पुलिस का सख्त रुख देख कार्यकर्ता वहां से चले गए, इसके बाद प्रशासन ने कार्यालय में ताला बंद करा दिया।
कार्यकर्ताओं को रोका
एडीसीपी राजेश पांडेय ने मैदागिन क्षेत्र में जुलूस निकाल रहे सपा कार्यकर्ताओं को रोकने के साथ जबर्दस्ती हटा दिया। दशाश्वमेध में एसीपी अवधेध पांडेय ने भाजपा कार्यकर्ताओं को किसी तरह समझाकर शांत कराया। शाम को भेलूपुर एसीपी प्रवीण ङ्क्षसह ने रूट मार्च कर लोगों को जुलूस नहीं निकालने की नसीहत दी.