वाराणसी (ब्यूरो)। आखिरकार तय दिन और समय पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सूटकेस से आम बजट सामने आ गया। इस बजट से वाराणसी के लोगों को काफी उम्मीदें थी, लेकिन कुछ पूरे तो कुछ अधूरे ही रह गए। सबसे बड़ी जनसंख्या मिडिल क्लास है, जो महंगाई के बोझ से परेशान है, उसे कुछ खास नहीं मिला, लेकिन वेतनभोगी वर्ग के साथ व्यापारियों और महिलाओं को कुछ राहत मिली है। इसके अलावा पांच लाख परिवारों को एक साल और मुफ्त में राशन मिलेगा। पीएम आवास की वेंटिंग कर रहे करीब 20 हजार से अधिक लोगों को घर मिलेगा। साथ ही 7 लाख रुपये तक की इनकम पर टैक्स फ्री होने से वाराणसी के ढाई लाख लोगों को सीधे लाभ होगा। उधर, रेलवे के लिए बजट में बड़ी राशि के प्रविधान से तमाम योजनाएं समय से पूर्ण होकर आम जन को सुविधायुक्त सेवाएं प्रदान करेंगी। आधारभूत सुविधाओं के बढऩे और स्टेशनों के उच्चीकरण से यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। हालांकि बनारस के लोगों को दो नई टे्रन मिलने की उम्मीद थी, लेकिन वह पूरी नहीं हो पाई। 157 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की घोषणा हुई है, जिसमें वाराणसी का नाम भी हो सकता है। इस तरह एकलब्य मॉडल रेजिडेंंशियल स्कूल भी खुल सकता है। कारीगरों और शिल्पकारों के लिए विश्वकर्मा कौशल सम्मान पैकेज का लाभ मिलेगा। बनारस में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट में हवाई सफर सस्ता किया गया है.