वाराणसी (ब्यूरो)विद्युत विभाग की तरफ से दिसंबर से लेकर जनवरी माह के बीच विभागीय कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए डिस्काम लेवल पर साफ्टवेयर अपडेशन का कार्य कराया गया थाइस दौरान इस कार्य को संभालने और पूर्ण करने की जिम्मेदारी एचसीएल कंपनी को दी गई थीविभाग का यह साफ्टवेयर एक माह भी सही तरीके से कार्य नहीं कर सका कि 20 फरवरी से साफ्टवेयर का वर्क काफी स्लो हो गयाइसके बाद बाद 24 फरवरी को साफ्टवेयर पूरी तरीके से हाई मेलवेयर के कारण ठप हो गयाइसके बाद विभाग के अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए हैं और विभागयी सारे कार्य बाधित हो गए हैंविभाग की इस लापरवाही का खामियाजा अब शहर की जनता को उठाना पड़ रहा है.

एक सप्ताह तक सारे कार्य बंद

विद्युत विभाग की तरफ से प्रदेश के सारे डिस्काम और जिले के सर्वे कराने के बाद साफ्टवेयर की खामियों का पता चलाशनिवार की देर शाम तक विभाग की तरफ से स्पष्ट आदेश जारी कर दिया गया कि मौजूदा अपडेटेड साफ्टवेयर सही तरीके से वर्क नहीं कर रहा है, जिस कारण 25 फरवरी से लेकर 4 मार्च तक विभागीय कार्य पूरी तरीके से बंद रहेंगेपूर्व में जिस तरीके से विभागीय कार्य किये जा रहे थे उसी तरीके से यथावत साफ्टवेयर के ठीक होने तक जारी रहेंगे.

विभाग को तीन करोड़ का फटका

साफ्टवेयर के करीब 15 दिनों से खराब होने के कारण वाराणसी जोन को काफी राजस्व हानि का सामना करना पड़ रहा हैविभाग के अधिकारियों का कहना है कि खामी के कारण उनके द्वारा विद्युत चोरी और लाइनलास को ट्रैस नहीं किया जा पा रहा है, जिस कारण भारी मात्रा में नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैइस दौरान एक विभागीय अधिकारी ने बताया कि अभी तक विभाग को करीब 3 करोड़ राजस्व की हानि हो चुकी है.

बिलिंग से विच्छेदन तक ठप

साफ्टवेयर के ठप होने के कारण विद्युत विभाग पूरी तरीके से अंपग हो गया हैइस दौरान विभाग की तरफ से जारी समस्त प्रकार की सेवायें बाधित हो गई हैंइस समय विभाग का कहना है कि साफ्टवेयर के वर्क नहीं करने के कारण जनवरी माह से लेकर फरवरी माह तक की बिलिंग नहीं हो पा रही है जिसके कारण 6 लाख से ज्यादा कस्टमर को बिल नहीं दिये जा रहे हैंइतना ही नहीं विभाग का कहना है कि साफ्टवेयर के वर्क नहीं होने के कारण स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ता का विच्छेदन भी नहीं हो पा रहा है, जबकि उनके द्वारा भारी मात्रा में विद्युत का उपयोग किया जा रहा हैविभाग के पास डाटा नहीं होने के कारण सभी सेवाएं बाधित हो गई हैं.

साफ्टवेयर में तकनीकी खराबी आ गई है जिस कारण विभागीय कार्य बाधित हो रहे हैैंटेक्नीकल टीम के द्वारा ठीक कराने के लिए प्रयास किया जा रहा हैजल्द ही ठीक करवा लिया जायेगा.

अनूप सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, सर्किल प्रथम