वाराणसी (ब्यूरो)। अक्टूबर माह के अंत समय से पहले बनारस समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम का रुख तेजी से बदल रहा है। अब अक्टूबर में ठंड के समय का एहसास करा रही है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान भले ही 18 डिग्री रहा हो लेकिन बुधवार को बनारस का न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री पर चला आया। अब रात और भोर में ठंड लगने लगी है। इसके साथ ही ग्रामीण और शहर के बाहरी क्षेत्रों में हल्की ठिठुरन भी महसूस होने लगी है। गुरुवार की सुबह 6 बजे सिटी का तापमान 19 डिग्री, 7 बजे 20 डिग्री और 8 बजे तक 23 डिग्री पर पहुंच गया। हवा 6 किलोमीटर की स्पीड से बह रही थी। भले ही सुबह से ही धूप भी खिलखिला उठी है। लेकिन, लोगों को ठंडक महसूस होती रही। वहीं वेदर एक्सपर्ट का कहना हैं कि अगर धूप ऐसे ही बरकरार रही तो, तापमान धीरे-धीरे बढ़ जाएगा। इधर तेजी से हो रहे मौसम में बदलाव के बाद लोगों के स्वास्थ्य में भी दिक्कत बढऩे लगी है। ऐसे मौसम में चिकित्सकों ने रात में पंखा न चलाने के साथ लोगों को खासकर बच्चों को बचकर रहने की सलाह दी है।
एक सप्ताह में दिन में भी गुलाबी ठंड
इधर मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि शुक्रवार से बनारस में स्मॉग (कोहरा) भी छा सकता है। मौसम विभाग ने अंदेशा जताया है कि अगले 7-8 दिन पूरा जिला कोहरे की चपेट में रह सकता है। इससे नवंबर से पहले ही ठंडक तेजी से बढ़ेगी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, बनारस समेत पूरे यूपी में अगले हफ्ते से दिन में भी गुलाबी ठंड पडऩे लगेगी। इस बार ठंड ने करीब 15 दिन पहले ही दस्तक दे दी है। हालांकि बादलों की आवाजाही अभी बनी रहेगी। अगले कुछ दिनों में बादल छाए रहने की भी संभावना बनी हुई है.
अलनीनो के असर से पड़ेगी ठंड
मौसम विज्ञानी डॉ। बीडी त्रिपाठी की माने तो उत्तर पश्चिमी हवाएं अगले हफ्ते से आना शुरू हो जाएंगी। ये हवाएं ठंड लेकर आती हैं। इस बार ठंड का मौसम पिछली बार की तरह ही समय के साथ ही शुरू हो गया है। मानसून की तरह ही ठंड पर भी अलनीनो का असर देखा जा रहा है। इसके चलते एक्स्ट्रीम ठंड भी पड़ेगी। कई जिलों में तापमान माइनस में भी जा सकता है.
5 साल में दूसरी बार कम रहा पारा
बुधवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम और अधिकतम तापमान सामान्य के बराबर ही रिकॉर्ड किया गया। जबकि गुरुवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अब अगर पिछले 5 साल की बात करें तो अक्टूबर में एक ही बार ही पारा 16 डिग्री से नीचे गया है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार अक्टूबर में कितनी ठंड पड़ रही है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में ठंड में तेजी से इजाफा होता देखने को मिलेगा।
उत्तर पश्चिमी हवाएं अगले हफ्ते से आना शुरू हो जाएंगी। इस बार ठंड का मौसम पिछली बार की तरह ही समय के साथ ही शुरू हो गया है। मानसून की तरह ही ठंड पर भी अलनीनो का असर देखा जा रहा है। आज से संभवत कोहरा भी देखने को मिलेगा। जिसके बाद ठंड अपना असर दिखाना शुरू कर देगा।
डॉ। बीडी त्रिपाठी, मौसम विज्ञानी