वाराणसी (ब्यूरो)। देश से लेकर प्रदेश में कोरोना ने स्पीड पकड़ ली है। बनारस शहर के अंदर 2023 में कुल 164 कोरोना मरीजों की अब तक पुष्टि हो गई है। इसमें से 87 कोरोना के मरीज के एक्टिव हंै और 77 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 86 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है और 1 मरीज का अस्पताल में इलाज चल रहा है। ऐसे में कोरोना को देखते हुए जहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा दौरे के साथ माक ड्रिल किया जा रहा है और आक्सीजन के प्लांट की टेस्टिंग की जा रही है। वहीं बूस्टर डोज के नाम पर बनारस प्रशासन की झोली पूरी तरीके से खाली है। वर्तमान में एक भी बूस्टर डोज नहीं है, जबकि इससे पहले छह हजार डोज एक्सपायर हो गई थी.
जिले में नहीं है डोज
कोरोना के मरीजों के साथ आम नागरिकों को कोविड से बचाव के लिए लगाई जाने वाली समस्त प्रकार की वैक्सीन बनारस के किसी भी अस्पताल में अवलेबल नहीं है। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकारी से लेकर प्राइवेट तक कहीं पर डोज पिछले एक माह से नहीं है.
फरवरी में 6000 डोज हो गई थी एक्सपायर
शासन द्वारा बूस्टर डोज लगाने के लिए कोविशील्ड की 30 हजार डोज जिला स्ïवास्थ्य विभाग को जनवरी के महीने में उपलब्ध कराई गई थी। उस दौरान कोविशील्ड की 30 हजार खुराकों की एक्सपायरी डेट कम्पनी के द्वारा 6 फरवरी 2022 निर्धारित की गई थी। लोगों के द्वारा डोज लेने में रूचि कम दिखाई गई और ऐसा लगा कि अब कोरोना वापस नहीं आयेगा और 6 हजार डोज एक्सपायर हो गई थी, जिसे जिला स्वास्थ्य विभाग को वापस शासन को भेजना पड़ा था। ऐसे में लोगों को डोज की आवश्यकता महसूस हो रही है तो वह जिले में ही अवलेबल नहीं है.
15 दिन करना होगा इंतजार
जिला स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अभी तो कोविड के केसेज ट्रेस होने शुरू हुए हंै, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा डोज की डिमांड भेज दी गई है। अब शासन स्तर से फैसला लेते हुए डोज की सप्लाई करनी है। इस बारे में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि इसी गति से कोविड के केसेज ट्रेस होते रहे हैं तो शासन स्तर से एक बार फिर युद्ध स्तर पर अभियान चलाते हुए कोविड की वैक्सीन अवलेबल कराई जाएगी, जिसके लिए कम से कम अभी 15 दिनों का इंतजार करना होगा.
जिले में अभी कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज अवलेबल नहीं है। शासन स्तर से सप्लाई के लिए डिमांड बनाकर भेज दी गई है। कब तक सप्लाई होगी, ये निर्णय सरकार का होगा.
संदीप चौधरी, सीएमओ