वाराणसी (ब्यूरो)। प्रशासन ने शहर के विस्तार को लेकर कदम बढ़ा दिया है। बढ़ती आबादी के चलते तमाम तरह की समस्याएं आने लगी हैं। इसे दूर करने के लिए विशेष प्लानिंग पर काम शुरू हो गया है, जिसमें शहर के सुनियोजित विकास और विस्तार के लिए रिंग रोड किनारे छह मिनी शहर बसाने की तैयारी शुरू हो गई है। अब शहर में खुलने वाले नए अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग और व्यापार के लिए वल्र्ड सिटी, शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना की गई है। एकीकृत टाउनशिप योजना के तहत नई सिटी बसाने का खाका तैयार कर लिया गया है, जिस पर करीब सात हजार करोड़ खर्च होंगे.
1272 एकड़ जमीन चिह्नित
केंद्र और प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार अब रिंग रोड किनारे नए बनारस के नाम पर छह मिनी शहर बनाए जाएंगे। एकीकृत टाउनशिप योजना के तहत इसे आकार दिया जाएगा। इसके लिए रिंग रोड किराने राजातालाब से लेकर अलीनगर मुगलसराय तक 1272 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। जमीन अधिग्रहण पर 6812.93 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सिटी बसाने की जिम्मेदारी आवास विकास परिषद को मिली है। इस परियोजना से काशी के विकास को नई गति मिलेगी.
सुनियोजित विकास पर मंथन
आचार संहिता के खत्म होते ही एक बार फिर बनारस के सुनियोजित विकास पर मंथन शुरू हो गया है। जरूरत के हिसाब से रिंग रोड पर सेक्टोरल डेवलपमेंट और एकीकृत टाउनशिप योजना के लिए सर्वे पूरा कर रिपोर्ट तैयार ली गई है। इस परियोजना की कार्ययोजना शासन स्तर से ही मांगी गई है। सुविधाओं के लिए अलग अलग क्षेत्र में आवास विकास परिषद जमीन मुहैया कराएगा। आचार संहिता के समाप्त होने के बाद मौके पर शासन व स्थानीय प्रशासनिक टीम संयु1त सर्वे करेगी। इसके बाद शासन स्तर से अधिसूचना जारी की जाएगी.
शहर की भीड़ को बाहर करने की है योजना
शहर के सुनियोजित विकास और विस्तार के लिए रिंग रोड किनारे आवश्यक सुविधाओं के लिए सेक्टोरल डेवलपमेंट की योजना बनाई गई है। इसमें शहर में खुलने वाले नए अस्पतालों के लिए मेडिसिटी, उद्योग और व्यापार के लिए वल्र्ड सिटी, शिक्षण संस्थानों के लिए विद्या निकेतन की परिकल्पना की गई है। वरुणा विहार के जरिये आवास विकास परिषद आवासीय एकीकृत टाउनशिप को धरातल पर उतारने की तैयारी में है। इससे शहर में दूसरे जिले और प्रदेशों से आने वालों को भी बाहर ही सभी सुविधाएं मिल जाएंगी। इससे शहर में भीड़ का दबाव भी कम होगा.
एक नजर में परियोजना
-गंजारी में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास 208 एकड़ में स्पोट्र्स सिटी बनेगी। जमीन अधिग्रहण पर 998.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
-खेवसीपुर में रिंग रोड-2 के पास 208 एकड़ में वरूणा विहार सिटी बसाई जाएगी। जमीन के लिए 981.38 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
-कोइराजपुर के हरहुआ चौराहा पर वर्ल्ड सिटी बनाई जाएगी। 245 एकड़ जमीन अधिग्रहण पर 1626.72 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
-ऐढ़े के निकट लालपुर में मेडिसिटी बनेगी। 200 एकड़ जमीन अधिग्रहण पर 1619.43 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं.
-संदहा के निकट सारनाथ में वैदिकसिटी बनाई जाएगी। इसका क्षेत्रफल 204 एकड़ रहेगा। जमीन लेने के लिए 1090.20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
-मढऩी के निकट रिंग रोड-3 के पास विद्या निकेतन सिटी बसाई जाएगी। 207 एकड़ जमीन के लिए 496.80 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
एकीकृत टाउनशिप योजना के तहत रिंग रोड किनारे छह मिनी शहर बसाने का प्रस्ताव है। इस योजना को अमल में लाने की जिम्मेदारी शासन स्तर से आवास विकास परिषद को सौंपी गई है। संयुक्त सर्वे के बाद एक रिपोर्ट बनेगी। शासन से अनुमोदन के बाद आगे की कार्रवाई की शुरू होगी.
कौशल राज शर्मा, कमिश्नर