वाराणसी (ब्यूरो)। सावन के दूसरे सोमवार पर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी केसरिया रंग में डूब गई। सुबह से शाम तक श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में कांवरियों का जत्था उमड़ा रहा। बोल बम और हर-हर महादेव करते गलियों से निकलते रहे। 10 साल के बच्चों से लेकर 70 साल के बुजुर्ग लोग भी कांवर लेकर दूर-दराज से आए थे। मंदिर बंद होने तक छह लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। कांवरियों की संख्या बढ़ते व अधिमास माह शुरू होते ही शहर में जगह-जगह कांवड़ शिविर लग गए। जहां दिनभर कांवरियों की सेवा, फलहार और आवभगत का दौर चलता रहा। दशाश्वमेध घाट से लेकर गोदौलिया, चौक, मैदागिन और घाट की ओर का नजारा काफी भक्तिमय रहा। मंदिर की सुरक्षा भी काफी अभेद्द रही। स्कूल और कॉलेज की गल्र्स और ब्वॉयज स्टूडेंट ने गोदौलिया से लेकर मंदिर परिसर तक सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद रखा था.
गुलजार हुआ परिसर
सावन के दूसरे सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ धाम श्रद्धालुओं से गुलजार हो गया। मंगला आरती के पश्चात बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया। मंदिर का पट खुलते ही दर्शनार्थी बाबा के जयकारा मंदिर परिसर में पहुंचे और जलाभिषेक करते हुए बाबा से आर्शीवाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं द्वारा लगाए जा रहे हर हर महादेव और बोल बम के नारे से पूरा धाम भक्तिमय हो गया था, जैसे-जैसे दिन चढऩा शुरू हुआ वैसे भी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती गई। श्रद्धालुओं बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्थाएं भी की गई थी.
मैटिंग, बैरिकेडिंग की व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए मैटिंग ,बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, पेयजल, वाटर कूलर, एयर कूलर, पंखे का इंतजाम किया गया था। गर्मी में तेज धूप, फर्श पर भक्तों के जलते पांव व बरसात के लिए जर्मन हैंगर लगे थे। इसके साथ ही मंदिर के आसपास जाने वाले मार्गों पर दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए नो व्हकील जोन, राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक लेन कांवरियों के लिए सुरक्षित, भक्तों के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया। सावन के पहले सोमवार को कांवरियों और शिव भक्तों पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा, चिकित्सीय व्यवस्था, दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क ई रिक्शा और व्हील चेयर आदि की व्यवस्था ने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है.
भक्तों की पुष्प से स्वागत
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि सावन के हर दिन लाखों लोग बाबा के दरबार मे हाजिरी लगा रहे हैं। वहीं सावन के दूसरे सोमवार को 6 लाख लोगों ने बाबा के दर्शन किये। धाम में आने वाले शिव भक्तों का स्वागत पुष्प वर्षों से किया गया.