वाराणसी (ब्यूरो)। तीन दिनों तक चली बिजलीकर्मियों की हड़ताल ने शहर की हालत पतली कर दी। आम जनजीवन तो बेपटरी हो ही गया, ट्रैफिक सिस्टम ने भी जवाब दे दिया। बिजली गुल हो जाने से शहर के अधिकतर चौराहों पर लगे सिग्नल भी बुझ गए। आने-जाने वाले लोग भी चौंक गए कि आज कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। तभी एक आदमी तपाक से बोल पड़ा भईया, हड़ताल त बिजलिया सिग्नल भी बुझा देहलेस। यहीं नहीं आम दिनों में ई रिक्शा से शहर अटा-पटा रहता था वहीं जब हड़ताल की घंटी बजी तो ई रिक्शा भी अधिकतर चौराहों से गायब नजर आयी। यानी रविवार को ई रिक्शा से जहां शहर ठसाठस रहता था वही आज सन्नाटा छाया रहा.
सिग्नल की बत्ती गुल
हड़ताल के चलते शहर के कई चौराहों के सिग्नल की बत्ती गुल हो गई। इसके चलते लोगों को चौराहों और तिराहे पर रुकना नहीं पड़ा। आराम से लोग आवागमन कर रहे थे। वहीं कई जगह ट्रैफिक के जवान तैनात रहे.
इन चौराहों पर सिग्नल रहा बंद
बिजली के चलते सिगरा, महमूरगंज, मंडुआडीह, लंका, रथयात्रा, साजन तिराहा, मलदहिया, चौराहा, अंधरापुल, चौकाघाट, पांडेयपुर, भोजूबीर समेत कई चौराहों के सिग्नल बंद रहे। इन चौराहों पर सिग्नल बंद होने से भीड़ नहीं लगी, जबकि आम दिनों में भीड़ लग जाती थी जोकि दो दिनों से देखने को नहीं मिल रहा.
ई रिक्शा की बैटरी डाउन
बिजली न रहने से शहर में जितने भी जगह चार्जिंग प्वाइंट हैं सभी बंद रहे। चार्जिंग प्वाइंट के बाहर कई ई-रिक्शा भी खड़े रहे। इसके चलते शहर में ई रिक्शा का प्रेशर काफी कम रहा। चौराहे व गली ई रिक्शा से पटा रहता था वही दो दिनों से आवाजाही काफी कम रही। इसके चलते यात्रियों को भी दिक्कत हुई। हालांकि आटो से वह अपने गंतव्य स्थान को जा रहे थे.
डीजल के भरोसे बसों के चार्जिंग प्वाइंट
बिजली कटौती का असर इलेक्ट्रानिक्स बसों के संचालन पर भी देखने को मिला। राजातालाब ई चार्जिंग प्वाइंट में भी बिजली गायब रही। बसों का संचालन कही ठप न हो जाए, इसको देखते हुए ई चार्जिंग प्वाइंट को जनरेटर से कनेक्ट किया गया। शहर में यात्रियों को दिक्कत न हो, इसको देखते हुए सभी बसों को चार्ज करने को निर्देश दिया गया था। हालांकि आम दिनों की अपेक्षा शहर में यात्रियों का दबाव काफी कम रहा। बसें चलने से यात्रियों को दिक्कत नहीं हुई.
बिजली न होने की वजह से अधिकतर जगह सिग्नल ने काम करना बंद कर दिया था। हड़ताल खत्म होने के बाद सभी सिग्नल ने काम करना शुरू कर दिया है.
प्रबल प्रताप सिंह, डीसीपी यातायात