वाराणसी (ब्यूरो)। अब आम जनता को सीवर की समस्या को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनकी समस्याओं का समाधान जलकल विभाग तत्काल करेगा। अब एसओपी स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर, सिस्टम से सीवर की सफाई की जाएगी। इससे सफाईकर्मी भी सेफ रहेंगे और सीवर की सफाई भी होगी। सभी सफाईकर्मियों को ग्लब्स, जूता, एफ्रीन, हेलमेट और चश्मा दिया जाएगा। इन्हें पहनकर सफाईकर्मी सीवर में उतरेंगे.
सेप्टीटैंक की सफाई
खतरनाक सफाई की श्रेणी में आने वाले कार्यों में लगे लोगों की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार प्रतिबद्धता दिखा रही है। अत्याधुनिक सफाई उपकरणों एवं आवश्यक उपस्करों का उपयोग किए बिना सफाई का कार्य नहीं किया जाएगा। सफाई कर्मचारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो।
निदेशालय ने भेजा पत्र
निदेशालय ने सभी नगर आयुक्तों, जलकल एवं जल संस्थान के महाप्रबंधकों एवं समस्त अधिशासी अधिकारियों को पत्र लिखकर सीवर एवं सेप्टिक टैंकों की सफाई में विभाग की ओर से पहले जारी की जा चुकी एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि खतरनाक सफाई के दौरान अत्याधुनिक सफाई उपकरणों एवं आवश्यक उपस्करों का उपयोग किए बिना सफाई का कार्य नहीं किया जाएगा। निकाय स्तर पर सीवर, सेप्टीटैंकों की सफाई के दौरान किसी भी व्यकित से मैनुअल सफाई कार्य नहीं कराया जाएगा।
कई सीवर हैं जाम
सिटी के कई सीवर जाम हैं। इसके लिए हमेशा जलकल विभाग सफाईकर्मियों को भेजकर सफाई करवाना चाहता है, लेकिन एसओपी का पालन न होने की वजह से कोई भी सफाईकर्मी सीवर, सेप्टीटैंक में नहीं उतरना चाहता क्योंकि खतरनाक गैस से जान भी जा सकती है। अगर सफाईकर्मियों को ग्लप्स, मास्क, चश्मा, एप्रीन, जूता, रस्सी वगैरह से लैस किया जाए तो सीवर हो या फिर सेप्टीटैंक की सफाई फटाफट हो जाए। इससे आम पब्लिक की परेशानी दूर हो जाएगी। लेकिन विभाग द्वारा बहुत कम ही सफाई कर्मियों को यह व्यवस्था दी जाती है।
असुरक्षित सफाई अपराध
सीवर सफाई के लिए बिना समुचित सुरक्षा उपायों के सीवर में प्रवेश प्रतिबंधित है। सेप्टिक टैंक, सीवर की नियमित सफाई तथा अनुरक्षण, अधिकतम यंत्रीकरण, निर्धारित नियमों और मानक संचालन प्रक्रिया एवं सुरक्षा उपकरणों के साथ सफाईकर्मियों को देना अनिवार्य है। एसओपी के अनुसार, सभी निकायों में सीवर लाइन सफाई एवं सेप्टिक टैंक, पिट की सफाई के लिए विभाग की जिम्मेदारी है कि सफाईकर्मियों को उपकरण मुहैया कराए.
आईडी कार्ड होना जरूरी
सीवर सफाई आवश्यक सुरक्षा उपकरणों एवं प्रशिक्षित कामगारों जिसके पास वैध आईडी कार्ड हो उसे से सफाई कराने का निर्देश है। सुपरवाइजर पर्याप्त मशीनरी एवं सुरक्षा उपकरणों के साथ साइट पर उपस्थित रहे। सीवर सफाई का कार्य उस अवधि में किया जाए जब सीवर में सीवर की मात्रा न्यूनतम हो। इसके अलावा एसओपी में पंजीकृत संस्थाओं, ठेकेदारों, फर्मों से कार्य करवाए जाने पर स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी तय की गई है। जबकि सफाई के समय इन सब नियमों को ताक पर रख दिया जाता है। यही वजह है कि सीवर की सफाई तय समय से नहीं हो पाती।
सफाईकर्मियों को एसओपी उपकरण देने के बाद ही सीवर और सेप्टीटैक में उतारा जाता है। इससे सीवर की सफाई भी जल्दी हो जाती है जान-माल का खतरा भी नहीं रहता है.
विजय नारायण मौर्या, जीएम जलकल