वाराणसी (ब्यूरो)धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी को स्मार्ट सिटी में चयनित हुए पांच बरस हो गए हैंमार्च में ही काशी को स्मार्ट सिटी का दर्जा देने की तैयारी भी हैलेकिन इन सबके बीच अभी भी सच्चाई ये है कि शहर के कई इलाकों में लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैंशहर के कई इलाकों में सीवर की हालत बद से बदतर हैसीवर के चैंबर ध्वस्त हो जाने से ओवर फ्लो के कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता हैइसकी वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैदैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने बुधवार को शहर के उन इलाकों की पड़ताल की जहां सीवर की समस्या से लोग जूझ रहे हैं.

शिकायत पर भी ठीक नहीं

शहर के छोटा पार्क अशोक विहार कालोनी पहडिय़ा में लगे सीवर के चैम्बर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैंइन्हें ठीक कराने के लिए स्थानीय लोगों ने पिछले छह माह में कई बार नगर निगम के अधिकारियों के यहां शिकायत दर्ज कराईलेकिन नगर निगम के अधिकारी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैंइसके कारण स्थानीय लोगों के घरों का पानी निकल पाना काफी मुश्किल हो गया हैलोगों ले बताया कि चैंबर ध्वस्त होने के कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं.

ओवरफ्लो हो रहा सीवर

यही हाल काजीसदुल्लापुरा वार्ड नम्बर 86 के तहत मुर्दानी गली जैतपुरा का भी हैइस इलाके के सीवर पिछले करीब तीन माह से जाम हैंइन सीवरों को ठीक कराने के लिए स्थानीय लोगों ने नगर निगम मुख्यालय में कई बार आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन किसी भी अफसर ने इलाके के भ्रमण तक की जहमत नहीं उठाईऐसे में लोगों की सीवर के गंदे पानी के बीच से ही गुजरना मजबूरी हो गई है.

ज्यादा परेशान बच्चे

सीवर के चैंबर ध्वस्त होने से सबसे अधिक परेशान बच्चे हो रहे हैंलगातार ओवरफ्लों के चलते गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिसके कारण लोग बच्चों को घरों से निकलने नहीं देतेयही नहीं अक्सर बच्चों के चोटिल होने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं.

सीवर के चैम्बर ध्वस्त होने की शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से कई बार की गई, लेकिन उनके द्वारा कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा हैइसके कारण हमेशा खतरा बना रहता है.

नवीन सिंह, स्थानीय निवासी

हमारी गली का सीवर पिछले छह माह से खराब पड़ा हुआ हैइसको ठीक कराने के लिए अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन उनके द्वारा कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है.

चिराग अली, स्थानीय निवासी

जिन जिन इलाको में सीवर की समस्या है उन इलाकों में सीवर को सामान्य विभाग से बात करके ठीक करवा लिया जायेगा.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम