वाराणसी (ब्यूरो)। पेड़-पौधे न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि वातारण को शांत और खुशनुमा भी बनाए रखते हैं। लेकिन, इन दिनों बनारस में इन सब फैक्टर्स के अलावा इसे बढ़ते एयर पॉल्यूशन से दूर रहने के लिए भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। लोग घरों में ऐसे मेडिकेटेड पौधों को लगा रहे है जिससे इन्हें सेहत के साथ साफ हवा मिल सके। शहर में ऐसे तमाम लोग हैं, जो पॉल्यूशन का सॉल्यूशन इन पौधों के जरिए निकाल रहे हैं। कुछ पौधे ऐसे भी हैं, जिन्हें एयर फिल्टरिंग प्लांट भी कहा जाता है। खुजरी, सर्दी-जुकाम एलर्जी और आंखो में जलन को दूर करने में भी ये पौधे फायदेमंद माने जाते हैं। चलिए बताते हंै कि ये कौन से पौधे हैैं, जिनका घरों में लगाने का क्रेज बढ़ रहा है.
प्रो। कविता ने बनाया गार्डेन
बृज इंक्लेव निवासी प्रो। कविता आर्या ने भी अपने घर में कई तरह के पौधे लगाकर घर के इंवायरमेंट को खुशनुमा बनाए रखने के साथ ताजी हवा पाने का प्रयास किया है। प्रो। कविता बगैर किसी माली के अपने हर पौधों का बहुत शिद्दत के साथ ख्याल रखती है। बताती है कि इन पौधों की वजह से उन्हें पॉल्यूशन से कोई फर्क नहीं पड़ता। इनका कहना है कि उनके पौधे घर की सुंदरता बढ़ाने के साथ हवा को स्वच्छ रखने में भी मदद करते है।
इंद्रपाल को मिलता है मेंटल पीस
श्रीनगर कॉलोनी में रहने वाले इंद्रपाल सिंह बत्रा अपने घर की बालकनी और छत पर कई किस्म के दर्जनों पौधे लगाए है। इनका कहना हैं कि ये पौधे न सिर्फ हमें साफ हवा देते हैं, बल्कि हमारा मेंटल स्टेटस को भी हाई करते हैं। उनका कहना हैं कि पौधे हमसे बातें भी करते हैं और जो बाते करेगा व हमे आराम भी देगा।
इंडोर प्लांट्स है बहुत मददगार
एक्सपर्ट की माने तो पॉजिटिव एनर्जी घर में पौधे लगाने से बहुत ज्यादा बन जाती है। कुछ ऐसे पौधे भी है जिन्हें आप ताजी हवा के लिए घर के भीतर लगा सकते हैं। इसमें कुछ इंडोर प्लांट्स मददगार होते हैं। बालकनी या लिविंग एरिया में इंडोर प्लांट्स रख सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि रोगजनक वायरस, बैक्टीरिया और कार्बनिक रसायनों को पौधों की जड़ें और उनसे जुड़े सूक्ष्मजीव को नष्ट करता है। इसलिए इस तरह के पौधे घर की खूबसूरती के साथ हवा को भी शुद्ध बनाता है.
एलोवेरा होते हैं ढेरों औषधीय गुण
एलोवेरा का पौधा घर की हवा को शुद्ध करने का काम करता है। यह सेहत, स्किन और बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। एलोवेरा एक बेहतरीन इनडोर प्लांट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। अधिक पानी और सूर्य की रोशनी इस पौधे को बढऩे के लिए जरुरी नहीं है। हवा में अशुद्धियां जैसे फार्मल्डिहाइड, बेंजीन और कार्बन मोनो ऑक्साइड को यह पौधा दूर करता है। मेकअप प्रोडक्ट्स के तौर पर भी एलोवेरा गूदे का उपयोग किया जाता है। इसकी नमी को बनाए रखने के लिए 3-4 दिन में एक बार पानी जरूर दें.
मनी प्लांटकम करता है कार्बन डाई आक्साइड
यह पौधा आपके घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इस पौधे को लगाने से आप ताजी हवा में सांस ले सकते हैं। जिससे आप स्वस्थ रहेंगे। यह पौधा प्रदूषण के स्तर को कम करने में मददगार है। इसे गमला के अलावा बोतल में पानी भर कर भी लगा सकते हैं। इसकी एक पत्ती का आकार 7 से 10 सेंटीमीटर लंबा होता है। इस पौधे में वायु में मौजूद कार्बन डाई आक्साइड को ग्रहण करने की क्षमता होती है। साथ ही ऑक्सीजन को बाहर निकालता है। यह प्लांट हवा में सीओ-2 कम कर हमे सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन देता है।
स्नेक प्लांट हवा को करता है फिल्टर
यह पौधा हवा को फिल्टर कर शुद्ध करता है। इसे घर या ऑफिस में कहीं भी किसी कोने में लगा सकते हैं। स्नेक प्लांट को ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती है। इसमें पानी भी कम मात्रा में ही दिया जाता है। मदर-इन-लॉ-टंग भी स्नेक प्लांट को कहते हैं। लिली फैमिली का यह पौधा होता है। नासा की एक स्टडी में पता चला है कि जहरीले तत्वों को यह पौधा सिक बिल्डिंग सिंड्रोम को फिल्टर कर प्यूरीफायर के रूप में काम करता है.
तुलसीपूजा-पाठ में भी उपयोग
तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल कई दवाओं में भी किया जाता है। पूजा-पाठ में भी तुलसी के पत्तों का उपयोग किया जाता है। वैसे इसे घर के आंगन में रखने की परंपरा है, लेकिन अब घरों में ये है नहीं तो आप इसे बालकनी में रख सकते हैं.
बोस्टोन फनप्रदूषित हवा को दूर करता है
यह पौधा घर के अंदर प्रदूषित हवा को दूर करता है। इस पौधे की केयर करने की काफी जरूरत होती है। आप इसे पानी ज्यादा मात्रा में दें ताकि पौधे की नमी बनी रहे.
स्पाइडर प्लांट
एयर प्यूरीफायर के रूप में स्पाइडर प्लांट काम करता है। जाइलीन, बेंजीन, फार्मल्डिहाइड और कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसे हानिकारक तत्वों को हवा से यह प्लांट फिल्टर करता है। सबसे दिलचस्प बात है कि इस पौधे की ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती। इसे बड़े आराम से वर्किग लोग भी मैनेज कर सकते हैं.
एलोवीरा, लिली, स्नेक प्लांट, अमरीका पाम और भी कई ऐसे प्लांट है जिससे घरों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। भले ही पीसीबी के ग्राफ में पॉल्यूशन नहीं मगर हकीकत में पॉल्यूशन से लोग अभी डिस्टर्ब है। यही वजह है कि लोग खुद इस तरह के पौधे लगाकर सॉल्यूशन ढूढ़ रहे हैं।
एकता शेखर, मुख्य अभियानकर्ता, द क्लाइमेट एजेंडा