वाराणसी (ब्यूरो)। होली की रौनक बाजार में गजब की छायी हुई है। लाल, हरा, पीला, गुलाबी कलर्स से रंगों का बाजार पटा पड़ा है, वहीं गारमेंटस सेक्टर में तो पैर रखने तक की जगह नहीं है। शूज की दुकान हो या फिर साड़ी, सलवार, सूट सभी जगह लोगों की भीड़ है। बच्चे और युवा की नजर तरह-तरह के रंग, अबीर गुलाल, पिचकारी पर है तो, महिलाएं साड़ी श्रृंगार और प्रसाधन की खरीदारी करने में व्यस्त रहीं। दुकानों पर ग्राहकों की ठसाठस भीड़ देख दुकानदार भी देर रात तक डटे रहे। फिलहाल कारोबारियों का कहना है कि इस बार होली के कारोबार ने बमबम कर दिया। इसी तरह ग्राहकी आती रही तो इस बार का कारोबार पांच अरब के पार होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता.
मार्केट में ठसाठस भीड़
प्रेम-सौहार्द के इस पर्व को खुशी के रंगों से संजाने के लिए ग्राहकों की भीड़ खरीदारी करने के लिए शनिवार को उमड़ पड़ी। भीड़ के चलते दशाश्वमेध, गोदौलिया, लक्सा, नई सड़क, मैदागिन, गुरुबाग, मलदहिया की दुकानों पर ठसाठस भीड़ थी। वहीं दालमंडी में आम दिनों की अपेक्षा दुकानों पर काफी भीड़ थी। महिलाएं चूड़ी, कंगन, ज्वेलरी की खरीदारी की। ग्राहकों की ठसाठस भीड़ देख महंगाई ने भी किनारा थाम लिया्र।
गारमेंटस सेक्टर में बरसा धन
इस फील्ड से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि इस बार की होली के त्योहार ने मार्केट में रंगत बिखेर दी। कई सालों बाद मार्केट में खरीदार निकले हैं। इस बार लोग दिल खोलकर खरीदारी कर रहे हैं। महिलाएं जहां सलवार, सूट, साड़ी और ज्वेलरी की खरीदारी की वहीं पुरुष पैंट, शर्ट, के अलावा कुर्ता-पायजामा भी काफी पसंद कर रहे हैं। शोरुम्स में चल रहे आफर्स को भी ग्राहकों ने जमकर भुनाया। थोक और खुदरा मार्केट में अब तक डेढ़ अरब से अधिक का कारोबार हो चुका हैं। अभी दो दिनों तक और खरीदारी होनी है। कारोबार का यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा.
बुल्डोजर वाली पिचकारी चाहिए
मार्केट में इस बार कई तरह की पिचकारी आयी है। इसमें टैंक, बुल्डोजर वाली पिचकारी बच्चे काफी पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा मोटू-पतलू, फिल्मी स्टारों वाली पिचकारी भी बच्चों को भा रही है। लहुराबीर पर लगी दुकान पर अपने पापा संग पहुंचे बच्चों ने बोला बाबा हमको बुल्डोजर वाली पिचकारी चाहिए। बुल्डोजर वाली पिचकारी दाम करीब 12 सौ रुपए होने के बाद भी बच्चों की डिमांड पूरी करनी पड़ी.
काशीपुरा में अबीर-गुलाल
होली को देखते हुए शहर में जगह-जगह रंग, अबीर-गुलाल की दुकानें अस्थायी और स्थायी लगी हुई है। हालांकि अभी इन दुकानों पर ग्राहकी कम आ रही हैं लेकिन काशीपुरा रंग के थोक मार्केट में ग्राहकी खूब आ रही है। लाल, हरा, पीला और गुलाबी अबीर-गुलाल की जबरदस्त डिमांड हैं। इसको देखते हुए थोक कारोबारी आर्डर को पूरा करने में व्यस्त रहे.
पटरी दुकानदारों के खिले चेहरे
शोरुम, दुकानों के अलावा सड़क किनारे लगे पटरी की दुकानों पर भी ग्राहकी कम नहीं रही। इन दुकानों पर पिचकारी, रंग-अबीर, गुलाल, मुखौटा, टोपी की खरीदारी जोरों पर रही। ग्राहकों की भीड़ देख पटरी व्यवसायी भी काफी गदगद थे। सिगरा, रथयात्रा गुरुबाग, मलदहिया, दशाश्वमेध, नई सड़क, गोदौलिया, नई सड़क, लक्सा, गुरुबाग, बांसफाटक के किनारे लगी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ से जाम की स्थिति बनी रही।