वाराणसी (ब्यूरो)। चौदह सौ तैंतीस की माघ सुदी पंदरासदुखियों के कल्याण हित प्रकटे गुरु रविदास, यह महज शब्द या बोल नहीं बल्कि, भक्ति-भाव में डूबे ऐसे 'आखरÓ हैं जिन पर सीर का कण-कण न्योछावर है। अपने-अपने गांव-खेड़ा और धाम से जन्म स्थली पहुंचते हजारों सेवादार का तन-मन मानो कोरा, जिस पर सद्गगुरु रविदास की भक्ति और शक्ति का गाढ़ा रंग ही चढ़ा। जन्मस्थान सीरगोवर्धन में रविदासियों के लाखों की भीड़ को साधने राजनीतिक गलियारा भी धीर-अधीर रहता है। इसी की बानगी 2016 में उस समय दिखी जब जयंती पर्व पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संत रविदास जन्म स्थान में हाजिरी लगाए थे। बहरहाल, राजनीतिक मकसद जो भी हो लेकिन भागम-भाग खूब रही। इस बार कोई कद्दावर राजनीतिक हस्ती इसमें शामिल होगी या नहीं, फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन श्रीगुरु रविदास जन्मस्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट अपने जगदगुरु महाराज की 646वें जयंती उत्सव मनाने की तैयारियां जोर-शोर से कर रहा है। इसी कड़ी में मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई माननीय को जयंती का न्योता भेज दिया गया है। आमंत्रण पत्र भेजने की पुष्टि मंदिर के पुजारी हरेन्द्र सिंह ने की है.
लंगर भवन में जमी पंगत
लंगर भवन में जहां श्रद्धालुओं की संगत जम चुकी है वहीं, मंदिर परिसर से सटे स्थल सहित भंडार गृह के पास श्रद्धालुओं की पंगत रम चुकी है। लंगर चखते और संत रविदास का गुणगान करते इन श्रद्धालुओं की जुटान पांच फरवरी तक रहेगी.
अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड से आए भक्त
दूसरी ओर डेरा सच्चखंड बल्लां, जालंधर में विदेशों से सभी भक्त पहुंच चुके हैं। इसमें अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, स्पेन, हालैंड, जर्मनी आदि देशों के हजारों श्रद्धालु डेरा डाल चुके हैं। जन्मस्थान पहुंचने पर इन विदेशी श्रद्धालुओं में कुछ को विभिन्न होटलों में ठहराया जाएगा तो कुछ का ठिकाना मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित डेरे में बनाया गया है.
कई भक्त ठहरे गेस्ट हाउस में
भगवानपुर स्थित संत सरवण दास गेस्ट के 50 से ज्यादा कमरों में विदेशी एवं एनआरआई श्रद्धालुओं के ठहरने का इंतजाम किया गया है। गेस्ट की साफ-सफाई दिनभर चलती रही। इसके अलावा मंदिर के पास बने गेस्टहाउस में 20 से अधिक कमरे भी तैयार किए गए हैं.
जुट गए सेवादार
संत रविदास के भक्तों को ठहराने से लेकर उनको नाश्ता व भोजन उपलब्ध कराने का जिम्मा सैकड़ों सेवादारों ने संभाल रखा है। फिलहाल जन्मस्थान पर तकरीबन एक हजार महिला व पुरुष सेवादार अपने दायित्वों के अनुरूप काम निबटाने में जुटे हैं। आयोजन समिति की ओर से सेवादारों की टीम बनाई गई है जो सब्जी काटने, भोजन पकाने, लंगर छकाने, बर्तन धुलने, भक्तों को ठहराने, रिहायशी पंडाल की देखरेख करने, सामान की व्यवस्था करने समेत अन्य कामों में पूरी तन्मयता के साथ जुटे हैं.
पुलिस कमिश्नर ने किया निरीक्षण
संत रविदास जयंती में होने वाले भीड़भाड़ को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे इसके लिए गुरुवार को पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन दोपहर में सीर पहुंचे। सबसे पहले मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के बाद लंगर हाल पंडाल क्षेत्र, सत्संग हॉल का निरीक्षण किया। उनके साथ मंदिर ट्रस्ट के निरंजन चीमा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस कमिश्नर को जानकारी दी.
मातहतों को दिया निर्देश
मेला क्षेत्र से लेकर पंडाल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी, एडीसीपी काशी पांच फरवरी तक सुरक्षा-व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा को लेकर भीड़ वाले से लेकर मेला क्षेत्र को जोडऩे वाले मार्गों पर भी फोर्स लगाने को कहा.
वीआईपी प्रोग्राम में रुट रहे क्लियर
निरीक्षण के दौरान उन्होंने वीआईपी का प्रोग्राम को देखते हुए रूट व्यवस्था क्लियर कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस को जिम्मेदारी दी। कहा कि मेला क्षेत्र से लेकर मंदिर तक एक कंपनी पीएससी के साथ ही सिविल पुरुष व महिला तैनात किया जाए। इसके अलावा एसीपी और एक दर्जन इंस्पेक्टर, उप निरीक्षकों की तैनाती की जाए.
सीर स्थली में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
मेला क्षेत्र में भीड़ की निगरानी करने के लिए जगह-जगह सीसी टीवी कैमरे लगाने के लिए निर्देश दिया। त्रिमुहानी से लेकर मंदिर स्थल तक सीसी टीवी कैमरा लगाया जाए। इसके अलावा अग्निशमन यंत्रों के साथ फायर कर्मियों को भी तैनात रहेंगे। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सुरक्षा से जुड़े हर बिंदुओं के बारे में भी बताया.
आज आएंगे संत निरंजन दास
संत निरंजन दास स्वागत करने के लिए सेवादार और रैदासी काफी उत्साहित है। संत निरंजन दास बेगमपुरा स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को दोपहर कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे। उनका स्वागत करने के लिए दर्जनों सेवादार संगत के साथ पहुंचेंगे। स्टेशन पर ही उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह सीधे रविदास मंदिर आएंगे.