- कैंट स्टेशन के एंक्वायरी सेंटर में खुले हेल्पलाइन पर लगी रही लाइन
- प्रभावित हुई कई ट्रेंस, लेट से पहुंची कैंट स्टेशन
VARANASI
उत्तर मध्य रेलवे के मानिकपुर स्टेशन के पास शुक्रवार तड़के वास्कोडीगामा एक्सप्रेस डिरेल्ड हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही रेल प्रशासन एलर्ट हो गया। इसके तहत नार्दन रेलवे के वाराणसी कैंट स्टेशन पर भी सतर्कता बरती गई। घायलों के ट्रीटमेंट के लिए जहां डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ स्टेशन पर तैनात हो गया तो वहीं रेल प्रशासन ने यात्रियों व फेमिली मेंबर्स की सुविधा के लिए एंक्वायरी सेंटर में हेल्पलाइन भी खोल दिया।
अपनों का हाल जानने को रहे बेताब
दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन से जर्नी करने वाले लोगों के फेमिली मेंबर्स स्टेशन पर अपनों का हाल जानने को बेताब रहे। हेल्पलाइन पर पैसेंजर्स व फेमिली मेंबर्स की जानकारी देने के लिए आनन-फानन में टिकट परीक्षक को तैनात भी कर दिया गया। बुन्देलखंड सहित आधा दर्जन से अधिक ट्रेंस जहां तहां फंसी रहीं। सीआरएस कैंट विमल कुमार पाण्डेय ने बताया कि एक्सिडेंट की खबर मिलते ही रिजर्वेशन चार्ट का प्रिन्ट निकाल कर एंक्वायरी सेंटर में चस्पा करने के साथ ही हेल्पलाइन चालू करवा दिया गया। हेल्पलाइन के लिए रेलवे नंबर म्ख्7फ्फ् और बेसिक टेलिफोन नंबर 0भ्ब्ख्- ख्भ्0फ्8क्ब् खोला गया।
बारी-बारी से रवाना हुई टे्रंस
घटना के बाद क्क्क्07 बुन्देलखंड एक्सप्रेस को चित्रकूट, क्90ब्भ् ताप्तीगंगा एक्सप्रेस को सतना, क्भ्0क्7 दादर से गोरखपुर जाने वाली दादर एक्सप्रेस को बनपहड़ तथा क्भ्क्म्0 सारनाथ एक्सप्रेस को सतना इनर में रोका गया। ट्रेनों को दूसरी लाइन क्लीयर होने के बाद बारी-बारी से रवाना किया गया। इससे ये ट्रेनें कैंट स्टेशन पर लेट से पहुंची।
एलर्ट रहे डॉक्टर्स व स्टाफ
मानिकपुर रेलवे स्टेशन के पास हुए एक्सिडेंट में इंजर्ड पैसेंजर्स को वाराणसी होकर अन्य डिस्ट्रिक्ट में जाने की संभावना को देखते हुए नार्दन रेलवे वाराणसी कैंट के एडिशनल सीएमएस कैंट डॉ। उषा किरण अपनी टीम के साथ स्टेशन पर मुस्तैद रहीं। उनके आदेश पर डॉक्टर्स व फार्मासिस्ट की टीम प्लेटफार्मो पर उपस्थित थीं।
जीआरपी-आरपीएफ हो गए एक्टिव
ट्रेन एक्सिडेंट की खबर मिलते ही जीआरपी सहित आरपीएफ की टीमें एक्टिव हो गई थी। टीम में इंस्पेक्टर कैंट जय प्रकाश सिंह और आरपीएफ के इंस्पेक्टर सतीश कुमार अर्जुन अपने साथ जवानों को लेकर हर ट्रेंस की जांच में जुट गए थे।