वाराणसी (ब्यूरो)। फूलपुर थाना क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर तीन बसें खड़ी थीं, जिससे बैटरियां चोरी हो गईं। एक दिन पहले कुआर बाजार में खड़े ट्रैक्टर से बैटरी चोरी हो गई। पिछले एक हफ्ते के दौरान जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 20 से अधिक भारी वाहनों से बैटरी चोरी का मामला सामने आया है। वाराणसी में अचानक बैटरी चोरी की घटनाओं की पड़ताल की गई तो चौकाने वाली जानकारी सामने आई हैं। भारी वाहनों से चोरी बैटरी गुदड़ी मार्केट के अलावा कई जगहों पर तीन से चार हजार रुपये में बिक रही है। इन बैटरियों से कई घरों में करंट भी दौड़ रहा है। जानकारी करने पर पता चला कि मार्केट में इन बैटरी की वास्तविक कीमत 11000 से लेकर 16000 रुपये है.
शहर में सक्रिय बैटरी चोर गिरोह
साइबर ही नहीं, बल्कि हर तरह के अपराध में सक्रिय गिरोह के टारगेट पर बनारस है। इसलिए कभी ईरानी, कभी टप्पेबाजी तो कभी चेन स्नैचिंग गिरोह ने बनारस में लगातार वारदात को अंजाम दिया है। इन गिरोह पर शिकंजा कसते ही बनारस में अचानक बैटरी चोर गिरोह सक्रिय हो गया है, जो लगातार चोरी की घटना को अंजाम दे रहा है।
निशाने पर सड़क किनारे खड़े भारी वाहन
यह गिरोह सड़कों के किनारे खड़े भारी वाहनों को ही टारगेट बनाता है। वैसे तो सर्दी के मौसम में चोरी की वारदातें बढ़ती हैं, लेकिन यह गिरोह गर्मी में ही सुनसान क्षेत्रों में खड़े वाहनों से बैटरी उड़ा रहा है। घटना को अंजाम देने से पहले गिरोह के सदस्य पहले क्षेत्र की रेकी करते हैं। जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं होते हैं, वही चोरियों की वारदात को अंजाम देते हैं।
गुदड़ी समेत कई मार्केट में बिक रही बैटरी
पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम काशीपुरा स्थित गुदड़ी मार्केट पहुंची तो वहां भारी वाहनों की बैटरी बिक रही थी। जानकारी करने पर दुकानदार ने बताया कि मार्केट में दो पहिया, दो पहिया व भारी वाहनों की बैटरियां उपलब्ध हैं। भारी वाहनों की बैटरियां लोग घरों में इस्तेमाल के लिए ले जाते हैं, जबकि कुछ वाहन मालिक भी अपनी गाडिय़ों में इस्तेमाल के लिए ले जाते हैं। इनकी कीमत पांच सौ से लेकर तीन हजार रुपये में उपलब्ध है। गुदड़ी मार्केट के अलावा शहर के अन्य बाजारों में भी ये बैटरियां उपलब्ध हैं। इन जगहों पर रेट में दो से तीन सौ रुपये का अंतर होता है.
बैटरी चोरी की घटना मेरी जानकारी में नहीं है। देहात क्षेत्रों में बैटरी चोरी की घटना ज्यादा होती है। अगर बैटरी चोर गिरोह सक्रिय है तो इसका पता कराया जाएगा। गिरोह का जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा.
- संतोष सिंह, एडिशनल सीपी