वाराणसी (ब्यूरो)। गुरुवार की रात शुरू हुई झमाझम बारिश शुक्रवार को भी रुक-रुककर होती रही। बारिश से जहां आम लोगों को राहत मिली वहीं कई निचले मुहल्लों के लिए आफत बन गई। कई घरों में पानी घुस गया तो कई मुहल्लों की गलियां लबालब हो गई। हालात यह रहे कि लोग घरों से बाहर निकलने के लिए घुटने तक पानी में घुसकर आना पड़ा। सुबह जब पानी निकला तो कीचड़ और फिसलन से बुरा हाल रहा.
असहज नगर निगम
बारिश की पानी की निकासी को लेकर जल निगम के अफसरों ने तमाम दावे किए थे कि नालों की सफाई कर दी गई है। लेकिन, गुरुवार की रात हुई झमाझम बारिश में जल निगम के अफसरों की कार्यप्रणाली उजागर हो गई। शहर के कई इलाकों में बारिश का पानी लग गया। कई क्षेत्र तो ऐसे रहे, जिनके घरों में बारिश का पानी घुस गया। सुबह होते ही पानी निकालने में व्यस्त रहे.
इन इलाकों में घुसा पानी
झमाझम बारिश से नक्खी घाट की सड़कों पर पानी लगा ही, साथ ही कई घरों में पानी घुस गया। यही हाल सरैया, कोनिया के निचले इलाकों में भी रहा। वरुणा किनारे बने मकानों के आंगन में लबालब पानी भर गया। रात से लगा पानी सुबह तक भरा रहा। थोड़ी बहुत पानी की निकासी हुई। सुबह होने पर लोगों ने आंगन में लगा पानी बाल्टी भर-भर निकाले.
दो घंटे में ही भर गए नाले
गुरुवार की रात आठ बजे से बारिश का सिलसिला शुरू हुआ तो देर रात तक जारी रहा। बीच में पांच मिनट के लिए पानी रुका। झमाझम हुई बारिश से शहर के अधिकतर नाला लबालब बारिश के पानी से भर गया। पता ही नहीं चल रहा था कि नाला है कि रास्ता। अगर कोई संभलकर नहीं चले तो कोई भी हादसा हो सकता था.
कई इलाकों में जलजमाव
मूसलाधार बारिश से कबीचौरा, मैदागिन, मच्छोदरी, कोनिया, तेलियाबाग, अंधरापुल, महमूरगंज, मंडुआडीह, अलईपुरा, पुराना पुल, सलारपुरा समेत कई इलाकों में जलजमाव हो गया। इसके चलते कई जगह सड़क खराब हो गई। सड़कों की गिट्टी उखड़कर किनारे लग गई। यही हाल सामनेघाट का रहा। कालोनियों में जगह-जगह पानी लग गया।
झेलनी पड़ी दुश्वारियां
बारिश की पानी की निकासी धीरे-धीरे होने से लोगों ने नगर निगम के अफसरों को जमकर कोसा। कहा कि नालों की सफाई अगर हो गयी होती तो पानी जमा नहीं होता। कई मुहल्लों में तो भोर होने तक पानी की निकासी हो गई, लेकिन कई क्षेत्र ऐसे भी रहे जहां सुबह होने के बाद भी पानी लगा रहा। उसी पानी में ही होकर लोगों को आना-जाना पड़ा.
नालों की सफाई के लिए सभी सफाईकर्मियों को निर्देश दिया गया है। इसके अलावा जहां-जहां पानी लगा हुआ वहां पानी की निकासी की जाएगी.
शिपू गिरी, नगर आयुक्त