वाराणसी (ब्यूरो)। होलिका की आग में शहर की अधिकतर सड़कें चटक गई हैं। गिट्टियां सड़कों से निकलकर बिखर रही हैं। तारकोल जगह-जगह जम जाने से गड्ढे पड़ गए हैं। सड़कें क्षतिग्रस्त होने के हफ्ताभर बाद भी मरम्मत नहीं की जा रही है। होलिका दहन से पहले अगर नगर निगम ने दहन के स्थानों पर मुकम्मल इंतजाम किया होता तो सड़कें नहीं उखड़तीं.
उखड़ रही परत
होलिका दहन के बाद शहर की सड़कों का बुरा हाल हैं। होलिका की आग में सड़क झुलसने के बाद राख से पटी पड़ी हैं। इन स्थानों पर लोग आने-जाने से घबरा रहे हैं कि कहीं गाड़ी का पहिया फिसल गया तो सीधे चोट ही लगेगा। होलिका की आग से गिट्टियां उखड़ कर सड़क पर फैल गयी हैं वहीं सड़क का परत भी उखड़ गया हैं।
348 स्थानों पर होलिका
शहर में 348 स्थानों पर होलिका गाड़ी गयी थी। जहां-जहां होलिका गाड़ी गयी थी वहां पर दहन के बाद स्थिति काफी खराब हो गयी हैं। इनमें जगतगंज त्रिमुहानी पर स्थिति और भी खराब हैं। तिराहे पर कोई भी जाता हैं तो संभलकर जाता हैं। यहीं नहीं रामकटोरा चौराहा, मलदहिया, फातमान रोड, भितरी महाल, तेलियाबाग की स्थिति तो काफी खराब है।
नहीं बिछाया था रेत व ईंट
होलिका दहन से पहले होलिका के स्थान पर नगर निगम रेत और ईंट अगर बिछाया होता सड़क नहीं झुलसती हैं। लेकिन नगर निगम के अफसरों ने न तो इंतजाम किए नहीं ही लोगों को जागरूक। इसके चलते कई जगह सड़क की परत उखड़ गयी.
जी-20 से पहले जहां-जहां होलिका दहन से सड़क खराब हुई है सभी की मरम्मत की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा.
सिपू गिरि, नगर आयुक्त