वाराणसी (ब्यूरो)। प्रदेश सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मझोले श्रेणी के उद्योगों को पंजीयन कराने के लिए 15 जून तक का समय दिया है। जिला उद्योग केंद्र के उद्यम पोर्टल पर कोई भी उद्यमी ऑनलाइन फॉर्म भरकर पंजीयन ले सकता है। पंजीयन के बाद इन उद्योगों को पहचान मिलेगी। साथ ही उद्यमियों को भी दुर्घटना बीमा और अन्य सभी प्रकार की सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। जिला उद्योग केंद्र की ओर से उद्यम पोर्टल पर पंजीयन बढ़ाने के लिए जिले के औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। उन्हें योजनाओं में पंजीकृत उद्यमियों को मिलने वाली दुर्घटना बीमा, जीएसटी और अन्य सुविधाओं की जानकारी दी जा रही है।
5 हजार कल कारखाने पंजीकृत
जिला उद्योग केंद्र के मुताबिक, जनपद में सिर्फ 5 हजार कल कारखाने ही एमएसएमई श्रेणी में पंजीकृत हैं, जबकि ऐसे उद्योगों की संख्या काफी अधिक है। इन उद्योगों द्वारा कई प्रकार के सरकारी कर दिए जाते हैं। बैंकों से ऋ ण भी लिया जाता है, लेकिन एमएसएमई श्रेणी में पंजीयन नहीं होने के कारण उन्हें कई प्रकार के योजनाओं पर छूट नहीं मिल पाती है। अधिकारी ने बताया कि इस बार पंजीयन बढ़ाने के लिए सभी प्रकार के उद्यमियों से ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया है। पंजीयन के लिए शिविर लगाए जा रहे पंजीयन बढ़ाने के लिए औद्योगिक संगठनों के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्रों में दो-तीन कैंप भी लगाए गए हैं। अभी और भी कैंप लगाने की योजना है ताकि उद्यम पोर्टल पर 15 जून तक 50 हजार से अधिक नए पंजीयन कराया जा सके.
पांच हजार लघु उद्योगों के पंजीयन का लक्ष्य
प्रदेश सरकार द्वारा 15 जून तक पांच हजार सूक्ष्म, लघु और मझोले श्रेणी के उद्योगों को पंजीयन का लक्ष्य दिया गया है। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त ने बताया कि जिले में केंद्र और प्रदेश स्तर की कई लाभकारी योजनाएं चल रही है। इसके तहत सरल और आसान किस्तों पर ऋ ण देकर दिया जा रहा है। इन योजनाओं के अलावा हजारों कल कारखाने संचालित हैं, लेकिन इनके मालिकों द्वारा उद्योगों का पंजीयन नहीं कराया गया है। इससे सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का लाभ इन्हें नहीं मिल पाता। 15 जून तक करीब 50 हजार नए पंजीयन कराने की दिशा में कार्य चल रहा है.