वाराणसी (ब्यूरो)। यूपी के मेरठ जिले के पल्लवपुरम का अमित कुमार 2020 में वाराणसी क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था। उसी समय मथुरा निवासी एक युवती ने जनवरी 2020 में महिला थाने में शिकायत की थी कि अमित ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने यह भी आरोप लगाया था कि, आरोपी समझौता करने का दबाव बनाता है, बात न मानने पर हत्या करने की धमकी देता है।
आत्महत्या की दी थी धमकी
तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक के आदेश पर आरोपी दारोगा के खिलाफ कैंट थाने में दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुदकमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने से बौखलाए दारोगा ने एसएसपी कैंप कार्यालय पहुंचकर खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की धमकी दी थी। जिसके बाद आईजी रेंज ने आरोपी दारोगा का तबादला जौनपुर करने के साथ प्रकरण में विभागीय जांच बैठा दी थी।
पत्नी है हेड कांस्टेबल
विभागीय जांच में अमित कुमार को दोषी पाया गया। जिसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया। बता दें कि, आरोपी दारोगा की पत्नी मीनाक्षी पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात है। हालांकि वह पति से अलग रहती है।
पत्नी ने डीजीपी से की शिकायत
पत्नी मीनाक्षी मेरठ के सिविल लाइन थाना के मानसरोवर क्षेत्र में रहती है। अपनी शिकायत में डीजीपी को बताया था कि, अमित कुमार अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमों और जांचों को छिपाकर सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोट हुआ है। जांच कराई गई तो मीनाक्षी की बात सही निकली। जिसके बाद उसका डिमोशन करते हुए पुन: सब इंस्पेक्टर बना दिया गया।
कई चल रहे हैं मामले
बताते चलें कि पिछले माह भेलूपुर के सीओ रहे अमरेश बघेल को भी बर्खास्त किया गया है। अमरेश का मामला भी दुष्कर्म से जुड़ा था। अमरेश पर रेप पीडि़ता को आत्महत्या के लिए उकसाने और आरोपी की मदद करने जैसे गंभीर आरोप हैं। अब इसी कड़ी में दुष्कर्म के आरोपी दारोगा अमित कुमार को भी बर्खास्त कर दिया गया है।
अमित कुमार ने पुलिस की छवि धूमिल की है। ऐसे लोगों के विभाग में रहने से उसका कुप्रभाव अन्य पुलिसकर्मियों पर पड़ेगा और समाज में गलत संदेश जाएगा। जांच और तथ्यों के आधार पर अमित कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है।
-सुभाष चंद्र दुबे, एडिशनल सीपी