वाराणसी (ब्यूरो)। सिटी में रामोत्सव की धूम, होटल इंडस्ट्री में फिर आया बूम। सिटी के सारे होटल्स और लॉज सोल्ड आउट हो चुके हैं, जगह-जगह नो रूम के बोर्ड टंग गए हैं। वजह रामभक्तों की भीड़ बताया जा रहा है। साथ ही लगन और फॉरेनर्स का फ्लो बढऩा भी बताया जा रहा है। सिटी में बंपर फॉरेनर्स आए हैं जो प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या भ्रमण को जाएंगे। इसके लिए एक महीना पहले से ही होटल्स की बुकिंग करा रखी है। सिनेरियो यह है कि कई रामभक्तों को होटल्स में कमरे नहीं मिल रहे। होटल सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद होटल इंडस्ट्री का कारोबार तीन गुना बढ़ा है.
छह महीना पहले से लगन की बुकिंग
होटलों में कमरों को लेकर मारामारी की स्थिति चल रही है। क्योंकि कई गार्जियंस अपने बेटे और बेटियों की शादी करने के लिए छह महीना पहले ही होटल्स की बुकिंग करा रखे हैं। इसके अलावा अपने गेस्ट के लिए कमरे भी बुक करा रखे हैं। अमूमन यह सिनेरियो शहर के अधिकतर होटल में देखने को मिल रहा है। 80 परसेंट होटल लगन के चलते बुक हैं.
फॉरेनर्स की बंपर बुकिंग
होटल सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि दिसंबर, जनवरी, फरवरी और मार्च का महीना फॉरेनर्स का होता है। इस सीजन में सबसे अधिक फॉरेनर्स काशी घुमने के लिए आते है। इसके लिए यूके, कनाड़ा, लंदन, इडली समेत कई देशों के फॉरेनर्स पांच महीना पहले ही रूम की बुकिंग करा रखे है। ऐसे समय में होटल की बुकिंग किए है जिस समय अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा है। हालात यह है कि कई फॉरेनर्स हफ्ते के लिए रूम की बुकिंग कराए थे उन्होंने अपनी बुकिंग बढ़ा दी है। इसलिए वह प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या भ्रमण को जाएंगे। इसके लिए वह वेट कर रहे है.
टंगे नोरूम के बोर्ड
22 को अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को देखते हुए महाराष्ट्र, साउथ, राजस्थान, कर्नाटक जैसे सिटी के कई वीवीआईपी शहर में डेरा डाले हुए है। सभी 21 की शाम अयोध्या के लिए रवाना हो जाएंगे। इसके लिए उन्होंने एक महीना पहले से होटल्स के कमरे की बुकिंग ऑनलाइन करा रखे थे। हालात यह है कि अब जो बुकिंग कराने जा रहे है तो पूरा का पूरा कमरा सोल्ड आउट हो चुका है। ऑनलाइन पर ट्राई करने पर उनको रूम्स नहीं मिल रहे.
दो साल से टूरिस्टों की बढ़ी संख्या
इस सेेक्टर के विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना काल में होटल इंडस्ट्री का कारोबार चौपट हो गया था। कई होटल्स बंदी के कगार पर पहुंच गए थे लेकिन 13 दिसंबर को विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण होने के बाद अचानक होटल इंडस्ट्री में बूम सी आ गयी है। पिछले दो साल से टूरिस्टों का फ्लो शहर में जबरदस्त है। इसको देखते हुए 50 से अधिक होटल और लॉज खुल गए। सिनेरियों यह है कि सभी के यहां हमेशा कमरे बुक रहते है.
तीन गुना बढ़ा कारोबार
टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राहुल मेहता की मानें तो विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद होटल इंडस्ट्री का कारोबार तीन गुना बढ़ा है। पहले जहां छोटे-बड़े मिलाकर होटल्स लाज की संख्या 5 सौ के आसपास थी वहीं अब बढ़कर 15 सौ से अधिक हो गया है। यहीं नहीं 2021 में रूम्स का किराया 4 से 5 हजार था वह बढ़कर दोगुना यानि 8 से 10 हजार रुपए हो गया है। इस तरह से होटल्स इंडस्ट्री में बूम आया.
दो साल में होटल इंडस्ट्री का कारोबार दो गुना बढ़ा है। कई नए होटल्स और लॉज खुल गए हंै.
राहुल मेहता, प्रदेश अध्यक्ष, टीडब्ल्यूए
होटल्स के सारे रुम्स सोल्ड आउट हो चुके हैं। लगन और फॉरेनर्स ने पहले ही बुकिंग करा रखे हंै। अब अयोध्या के लिए बुकिंग आ रही है.
योगेन्द्र राव, सेल्स मैजेजर, होटल रेडिसन
पिछले 15 दिनों में साउथ, महाराष्ट्र, राजस्थान के लोगों ने होटल में रूम्स की बुकिंग करायी है। सभी प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या जाना चाहते हंै.
प्रवीण मेहता, पदाधिकारी, वीटीजीए
पुराने होटलों ने रुम का चार्ज दोगुना किया है। इसके लिए जो नए होटल और लॉज खुले हैैं, उनका तो कोई हिसाब ही नहीं है.
सौरभ पांडेय, पदाधिकारी, टीडब्ल्यूए