वाराणसी (ब्यूरो)। भीषण गर्मी और आग उगलती धूप से हर कोई परेशान है, लेकिन बहुत जल्द मानसून दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग ने भी जल्द बारिश होने का एलान किया है। भले ही बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिले लेकिन यह जलभराव जैसी समस्या से लोगों के लिए मुसीबत भी खड़ी करेगी। इस बार लोगों को शायद इस मुसीबत का सामना न करना पड़े, क्योंकि नगर निगम ने बारिश होने से पहले जलभराव से बचाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। निगम की ओर से बनारस के उन सभी वाटरलॉगिंग एरिया को चिन्हित किया है जहां बारिश के दिनों में लोगों को सबसे ज्यादा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है।
जलभराव वाले 42 स्थान चिन्हित
नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो पूरे शहर में कुल 32 स्थानों का चुनाव कर जलभराव को रोकने का इंतजाम किया गया है। लेकिन निगम के सूत्रों की मानें तो 42 स्थानों की सूची तैयार की गई है। जहां बारिश से पहले उन एरिया के नाले-नाली की सफाई कराई जा रही है। इसके बाद भी अगर यहां जल भराव की स्थिति बनती है तो तत्काल प्रभाव से पानी निकालने के लिए 48 मशीनें लगाने की व्यवस्था की गई है। हर मशीन के साथ एक व्यक्ति को लगाया गया है, जो इसे ऑपरेट करेगा।
इन एरिया के वाटरलॉगिंग प्वाइंट को किया चिन्हित
सामनेघाट, नगवां, लंका, नरिया, अस्सी, महेश नगर कॉलोनी, संकटमोटन, सुंदरपुर, अलईपुर, नक्खीघाट सुग्गागढ़ही, कज्जाकपुरा, सरईया, कोनिया, पुराना पुल, रविन्द्रपुरी, सीरगोवर्धन, लक्सा, गोदौलिया, बेनिया, नई सड़क, रेवड़ीतालाब, महमूरगंज, बड़ीगैबी, कमच्छा समेत कुल 42 प्वाइंट चिन्हित किए गए है।
तीन विभागों को मिली है जिम्मेदारी
नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कहना हैं कि बनारस शहर में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 417 नाले हैं, जिनमें साफ-सफाई का काम जारी है। अब तक 85 प्रतिशत काम हो चुका है। शेष कार्य अगले एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा बारिश के बाद अगर किसी एरिया में जलभराव होता है तो लोग शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए कमांड सेंटर बनाया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा। इसके अलावा शहर में वाटर लॉगिंग की समस्या को दूर करने के लिए तीन विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। जिसमें नगर निगम, सामान्य विभाग और जल संस्थान शामिल है।
हर साल व्यवस्था फिर भी झेलते हैं मुसीबत
वैसे तो नगर निगम की ओर से बारिश से पहले सभी वार्ड के नाला-नालियों और मेनहोल की सफाई कराने का दावा किया जाता है, लेकिन बारिश के बाद अलग-अलग एरिया में होने वाले जलभराव के बाद निगम के दावों की पोल पलभर में खुल जाती है। शहर में एक-दो नहंी, दर्जनों ऐसे इलाकों के गली-मुहल्ले हैं, जहां एक बार पानी भर जाए तो लोगों की मुसीबत बढऩी तय हो जाती है। अब इस बार भी देखना होगा कि निगम के दावे में कितना दम है।
ऐसे रोकेंगे जलभराव
50
से अधिक मैन पावर
42
जलभराव वाले स्थान चिन्हित किए गए
48
मशीनें लगाई गई हंै चिन्हित स्थानों पर
28
डीजल वाले पंप
20
इलेक्ट्रिक पंप
85
प्रतिशत नाले हो चुके हैं साफ
24
घंटे के लिए कंप्लेन कमांड सेंटर
जलभराव होने पर 4542720005 पर कंप्लेन कर सकते हैं।
बारिश के पानी की वजह से कही भी जलभराव को स्थिति न हो इसके लिए तैयारी कर ली गई है। शहर में जहां-जहां जलभराव होती है, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। उन स्थानों पर पानी निकालने के लिए मशीनों के साथ मैन पावर भी उपलब्ध करा लिए गए है।
एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम