-बनारस में एनईआर का होगा एक ऐसा स्टेशन, जहां नजर आएंगी सिर्फ महिला कर्मचारी

-स्टेशन मास्टर, आरपीएफ जवान से बुकिंग क्लर्क तक सभी पदों पर तैनाती पाकर संभालेंगी स्टेशन

VARANASI

महिला सशक्तीकरण की दिशा में एनईआर अनोखा कदम उठा चुका है। वाराणसी डिवीजन के अंतर्गत एक ऐसा स्टेशन होगा जहां सिर्फ महिला कर्मचारी ही नजर आएंगी। कोशिश है कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में स्थित एनई रेलवे के किसी स्टेशन का सेलेक्शन किया जाए। इस स्टेशन पर स्टेशन मास्टर से लेकर आरपीएफ जवान, बुकिंग क्लर्क सहित अन्य स्टॉफ महिला ही तैनात की जाएंगी। खास तरह के इस स्टेशन से विभाग में तैनात महिला रेल कर्मियों को सशक्त होने का एहसास कराया जाएगा। डीआरएम एसके झा की इस पहल के बाद स्टेशन को सेलेक्ट करने का कार्य शुरू हो चुका है।

महिला के हाथ में होगी बागडोर

एनईआर डिवीजन के ऐसे स्टेशन का सेलेक्शन होगा जिसकी बागडोर महिला स्टाफ के हाथों में देने की तैयारी है। साथ ही स्टेशन ऐसा चयन किया जाना है जहां का माहौल वहां तैनात होने वाली महिला कर्मियों के अनुकूल हो। कम से कम वहां आने-जाने में कठिनाई न हो, सुरक्षित हो, सिटी से दूर न हो, प्रॉपर बिजली का इंतजाम हो के अलावा स्टेशन कैंपस में आरपीएफ व जीआरपी का पोस्ट हो। ऑफिसर्स के मुताबिक इस स्टेशन पर तीनों शिफ्ट में सिर्फ महिला कर्मचारियों की तैनाती होगी। इसके लिए कामर्शियल, ऑपरेटिंग और सुरक्षा विभाग की महिला कर्मचारियों से यहां तबादले के लिए सहमति ली जानी है। इसके बाद इस स्टेशन पर रेल परिचालन की कमान संभालने वाले स्टेशन मास्टर से लेकर अन्य सभी स्टाफ के रूप में सिर्फ महिला ही होंगी। यहां सुरक्षा की कमान संभालने के लिए महिला जवान तैनात होंगी तो टिकट विंडो पर महिला बुकिंग क्लर्क रहेगी।

वीमेन इंपावरमेंट का संदेश

एनईआर में महिलाएं काफी समय से विभिन्न पदों पर काम कर रही हैं। ट्रेन चलाने जैसी जिम्मेदारी भी यहां महिला लोको पायलट अर्से से निभा रही हैं। वहीं, महिला टीटीई भी ट्रेन लेकर रात में नई दिल्ली व अन्य शहरों के लिए रवाना हो रही हैं। अन्य पदों पर भी महिलाएं बखूबी काम को अंजाम दे रही हैं। पर जेंट्स के बीच काम करने से उनकी ताकत का आकलन समाज पूरी तरह से नहीं कर पा रहा है। ऐसे में महिलाओं के हाथों में स्टेशन की बागडोर पूरी तरह सौंपकर महिला सशक्तीकरण का बड़ा मेसेज देने की तैयारी है।

पहचान दिलाने के लिए जतन

नए प्रयोग और काम को नए तरीके से करने के लिए एनईआर की अलग पहचान है। यहां तैनात महिलाएं अपना फर्ज बखूबी निभा रही हैं। खास बात यह है कि महिला कर्मचारियों के कामकाज को ठीक से संभालने के बाद रेलवे में उनको अलग पहचान दिलाने के लिए यह नया प्रयोग किया जा रहा है। स्टेशन के नतीजे देखने के बाद ऐसे स्टेशंस की संख्या बढ़ाई जा सकती है।

वर्जन---

महिला स्टाफ के जिम्मे स्टेशन करने का प्लान डिवीजन ने बनाया है। इसके लिए स्टेशन सर्च करने का कार्य शुरू हो चुका है।

अशोक कुमार, पीआरओ

वाराणसी डिवीजन, एनई रेलवे

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आधी आबादी के जिम्मे हैं ये अहम काम

-लोको पायलट पद पर तैनात हैं कई महिलाएं

-कई रूट की ट्रेन्स में टीटीई का जिम्मा

-एसी कोच में कंडक्टर की जिम्मेदारी तक निभा रहीं

-रेल परिचालन का महत्वपूर्ण जिम्मा भी संभाल रहीं

-बुकिंग और रिजर्वेशन काउंटर पर तो महिलाओं की भरमार है

-स्टेशन कैंपस की सफाई में भी महिलाओं की ड्यूटी लग रही है

प्वाइंट टू बी नोटेड

-डीआरएम ऑफिस, एनईआर वाराणसी डिवीजन में 200 महिला कर्मचारी विभिन्न पदों पर तैनात हैं।

-एनईआर हॉस्पिटल में 50 महिला कर्मचारी हैं।

-मंडुआडीह स्टेशन पर विभिन्न पदों पर 10 महिला कर्मचारी तैनात हैं।

-सिटी स्टेशन पर 05 महिला कर्मचारी तैनात हैं।