वाराणसी (ब्यूरो)। आखिर क्या कसूर है चौखंभावासियों का जो पिछले पांच महीने से काला पानी की सजा काट रहे हैैं। सुबह नल खोलते हंै तो बदबूभरा पानी आता है और शाम को नल चालू करते हैं तो काली पानी आता है। पानी की समस्या से करीब हजारों परिवार जूझ रहे हैं। इसके बाद भी आज तक निदान नहीं किया गया। इस भीषण गर्मी में दूषित पानी पीने से कई बच्चे बीमार हो गए तो कई लोगों को उल्टी, दस्त की शिकायत हो गयी है। फिलहाल इस समस्या की शिकायत क्षेत्रीय जनता ने विभाग के अफसरों के अलावा जनप्रतिनिधियों से की है इसके बाद भी आज तक निदान नहीं किया गया।
समस्याएं वही पुरानी
बनारस को स्मार्ट सिटी का तमगा भले ही मिल गया हो लेकिन आज भी क्षेत्रीय जनता सीवरयुक्त पानी पीने को विवश है। यह गंभीर समस्या पिछले पांच महीने से झेल रही है चौखंभा की जनता। चौंकाने वाली बात यह है कि इसके बारे में जल निगम ही नहीं जनप्रतिनिधियों को बखूबी पता है, सिर्फ आश्वासन की घुट्टी ही पिलायी जाती है.
कई बच्चे बीमार
लगातार नलों से दूषित जल पानी आने से कई बच्चे बीमार हो चुके है। कई लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हो गयी है। लोग बोतल का पानी मंगाकर पीने को मजबूर है। हालात यह है कि कई लोगों ने तो नल से पानी लेना बंद कर दिया है। 40 रुपए देकर जार का पानी खरीदकर पी रहे है।
दर्जनों मुहल्ले चपेट में
चौखंभा के करीब दर्जन भर मुहल्ले ऐसे है जहां शुद्ध जल की जगह दूषित पानी ही आ रहा है। इनमें सूतटोला, गढ़वासी, नंदन साहू लेन, शीतला गली, ठठेरी बाजार समेत कई ऐसे मुहल्ले है जहां सीवरयुक्त पानी आ रहा है। दर्जनों घरों के लोगों ने तो नल का पानी पीना ही बंद कर दिए है। समस्याओं को कहते-कहते परेशान हो गए लेकिन आज तक निस्तारण नहीं किया गया। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि रातों रात सड़क बन जा रही है। चौराहों और डिवाइडरों को सजाया जा रहा है लेकिन जनता की समस्याओं को दूर नहीं किया जा रहा है.
पिछले पांच साल से नलों से दूषित पानी आ रहा है। सुबह जब नल खोलती हूं तो पूरा दिन चौपट हो जाता है क्योंकि इतना अधिक पानी में बदबू रहता है कि मन खिन्न हो जाता है.
कावेरी अग्रवाल
सुबह हो शाम हमेशा पानी से सड़ांध जैसी बदबू आती है। कई घरों के लोगों ने तो आजिज आकर बाहर से जार का पानी खरीदकर पीना शुरू कर दिए है.
अमित चौरसिया
पानी की समस्या से आजिज आकर कई परिवार ने नल का पानी पिना छोड़ दिए है। क्योंकि वह जानते है कि विभाग इन समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है.
ममता यादव
पानी की समस्या से कई मुहल्ले प्रभावित है। गंदा पानी आने की वजह से कई लोग बीमार हो चुके है, उल्टी, दस्त की शिकायत भी बढ़ गयी है.
शैलेष वर्मा
इसकी जानकारी नहीं थी। जेई को चौखंभा में भेजकर पता किया जाएगा कि कहां-कहां दूषित जल आ रहा है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा.
सिद्धार्थ कुमार, जलकल सचिव