वाराणसी (ब्यूरो)। ज्ञानवापी की 350 वर्ष पुराना मॉडल जल्द ही जनता देखेगी। ज्ञानवापी के अंदर कितने राज छिपे हैं। बाबा के अलावा कौन-कौन से चिह्न हैं। इसको देखने के लिए जनता काफी उत्सुक है। आमजन की जिज्ञासा को शांत करने के लिए चार दिवसीय भव्य प्रदर्शनी 17 जुलाई से लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए देशभर से करीब 15 सौ से अधिक लोगों का जुटान होगा। चार दिवसीय प्रदर्शनी की रूपरेखा तैयार करने के लिए रविवार को सिगरा स्थित आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी के आवास पर सुप्रीम कोर्ट में भारत सरकार शासकीय अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, प्रबंध ट्रस्टी, संयोजक डा। रामप्रसाद सिंह, संजीव चंद्र त्रिपाठी ने मंथन किया.
प्रदर्शनी में ज्ञानवापी के सौ पैनल
विष्णु शंकर जैन बताया कि चार दिवसीय प्रदर्शनी 17 से लेकर 20 जुलाई तक आयोजित है। श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के तत्वावधान में धर्म रक्षा प्रदर्शनी लगाई जाएगी। प्रदर्शनी में ज्ञानवापी मॉडल भी प्रदर्शित की जाएगी। 2 सितंबर 1969 के पहले ज्ञानवापी कैसी थी। बाबा का शिवलिंग के अलावा ज्ञानवापी में कौन-कौन से मॉडल हैं, सभी को प्रदर्शनी में दिखाया जाएगा.
प्रदर्शनी में 100 से अधिक मॉडल
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में ज्ञानवापी के करीब सौ से अधिक फोटोग्राफ होंगे जिनमें बाबा का त्रिशूल, डमरू, शिवलिंग, दीवारों में कौन-कौन से चित्र हंै, सभी का मॉडल देखने को मिलेगा। पूरे देश की जनता ज्ञानवापी के अंदर क्या है इसको देखने के लिए काफी उत्सुक हैं। आम जनता की जिज्ञासा को शांत करने के लिए ही प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है.
तहखाने में सारे सबूत मंदिर के
प्रबंध ट्रस्टी, संयोजक डा। रामप्रसाद सिंह ने बताया कि ज्ञानवापी तहखाने में मंदिर के सारे सबूत भरे पड़े हैं। जनता इसको जानने के लिए काफी उत्सुक है। तहखाने में छोटे पत्थरों पर बने हिंदू शैली के चित्र बने हैं। अंदर के खंभों पर गणेश जी की चित्र बना है। सभी को प्रदर्शनी में दिखाया जाएगा। आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने बताया कि चार दिवसीय कार्यक्रम स्थल के वैकल्पिक तौर पर अभी चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल के लिए बात चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी के दौरान संगोष्ठी भी होंगे.
कार्यक्रम में कई वीआईपी होंगे शामिल
चार दिवसीय प्रदर्शनी में साध्वी ऋतंभरा, देवकीनंदन ठाकुर, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन, हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राहूदास महाराज, रामजन्म भूमि ट्रस्ट के सचिव चम्पत राय, विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल शामिल होंगे। बैठक में महासचिव अनुराग द्विवेदी, सुनील अग्रवाल, यूआर सिंह, प्रशांत अग्रवाल शामिल थे.