वाराणसी (ब्यूरो)। ओलंपियन हाकी खिलाड़ी राहुल ङ्क्षसह को लक्ष्मण अवार्ड से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों उन्हें 24 जनवरी को लखनऊ में प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार पाने वाले वह वाराणसी के पांचवें हाकी खिलाड़ी होंगे। इसके पहले मो। शाहिद, विवेक ङ्क्षसह, अनुराग रघुवंशी व ललित उपाध्याय को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुई है। राहुल ङ्क्षसह 1996 अटलांटा ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। वर्तमान में असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी के पद पर पुणे में तैनात राहुल ङ्क्षसह इस सम्मान से बेहद खुश हैं.
हॉकी में बहुत स्कोप
राहुल ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से अपनी उपलब्धि शेयर करते हुए इसका श्रेय माता-पिता, पत्नी, कोच और बनारस के साथी खिलाडिय़ों को दिया है। उन्होंने कहा कि हॉकी में बहुत स्कोप है। प्लेयर्स लगातार कोशिश कर रहे हैैं और इसी का परिणाम है कि नए खिलाड़ी सामने आ रहे हैैं। पत्नी भी हॉकी इंटरनेशनल खिलाड़ी रह चुकी हैैं। बिजी शेड्यूल से समय निकालकर अभी भी खिलाडिय़ों को हॉकी का हुनर सिखाते हैैं। बनारस हॉकी का गढ़ है। यहां से लगातार अच्छे हॉकी खिलाड़ी निकल रहे हैैं। जूनियर-सीनियर्स सभी खिलाडिय़ों से लगातार बिना रूके एफर्ट डालने की अपील कर रहा हूं.
बनारस की हाकी का सम्मान
उनका कहना है यह बनारस की हाकी का सम्मान है। इस शहर से निकले दिग्गज हाकी खिलाडिय़ो ने दुनिया में देश का मान बढ़ाया है। पद्मश्री मो। शाहिद को पूरी दुनिया जानती है। उन्हें ड्रिबङ्क्षलग ङ्क्षकग कहा जाता था। बड़े भाई विवेक ङ्क्षसह ने 1988 सियोल ओलंपिक में भारतीय हाकी टीम के साथ देश का प्रतिनिधित्व किया था। जूनियर एशिया कप 1989 में भारतीय हाकी टीम की कप्तानी भी की थी.
ललित पर गर्व
वर्तमान में ललित इसे आगे बढ़ा रहे हैं। अपने शानदार खेल की बदौलत देश की टीम में प्रमुख सदस्य के तौर पर खुद को स्थापित किया है। वह उस टीम का हिस्सा रहे जिसने ओलंपिक समेत सभी बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल की है। उनका कहना है कि मुझे मिलने वाले इस सम्मान से नौजवानों खिलाडिय़ों में उत्साह आएगा। वह मेहनत करेंगे और देश के लिए खेलने का सपना पूरा करेंगे.