-आईएमए में इंडिया हेल्थ लाइन का विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने किया शुभारंभ,
देश की चिकित्सा व्यवस्था आईसीयू में है। आईसीयू से बाहर निकालने के लिए ही इंडिया हेल्थ लाइन अभियान चलाया जा रहा है। इसे सफल बनाने के लिए डॉक्टर्स का सहयोग चाहिए। अगर हर दिन एक डॉक्टर एक जरूरतमंद मरीज को फ्री में देखे तो सचमुच स्थिति बदल जायेगी। उक्त बातें विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व हेल्थ लाइन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। प्रवीण भाई तोगडि़या ने रविवार को आईएमए बिल्डिंग में कहीं। इस दौरान इंडिया हेल्थ लाइन अभियान के तहत 130 एम्बेस्डर को ट्रेनिंग भी दी गई। उन्हें बीपी, शूगर, एनीमिया जैसी जांच करने की जानकारी दी गई। अभियान के अंतर्गत हेल्प लाइन 18602333666 नंबर भी जारी किया गया।
कैंप लगाकर दूर करेंगे रोग
कार्यक्रम संयोजक विशेष श्रीवास्तव ने बताया कि इंडिया हेल्थ लाइन अभियान के तहत बने एम्बेस्डर में स्टूडेंट्स, व्यापारी और आम आदमी शामिल है। इनके माध्यम से जगह-जगह कैंप लगवाये जायेंगे। इसके तहत जरूरतमंद मरीजों को उसकी बीमारी से संबंधित डॉक्टर के पास रेफर किया जायेगा। इसके लिए एक्सपर्ट्स डॉक्टर को भी अभियान से जोड़ा जा रहा है। उनसे एक दिन एक मरीज फ्री देखने की अपील की जा रही है।
आईएमए डॉक्टर्स से मांगी हेल्प प्रवीण तोगडि़या ने अभियान को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर्स को इससे जुड़ने की अपील की। काशी प्रांत के उपाध्यक्ष डॉ। अजीत सैगल ने बताया कि अब तक देश के 10 हजार डॉक्टर इस अभियान से जुड़ चुके हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को बीमारी से बचाव के लिए जागरूक करना और बीमारों को समय पर इलाज मुहैया कराना है। प्रोग्राम में आईएमए अध्यक्ष डॉ। अशोक कुमार राय, डॉ। अनिल ओहरी, डॉ। केपी अग्रवाल आदि रहे।