वाराणसी (ब्यूरो)। माफिया मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। गैंगस्टर केस में 10 साल की सजा होने के बाद वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल में नये सिरे से मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति खंगाली जा रही है। इसी दौरान वाराणसी में 10 करोड़ रुपए से अधिक की एक बेनामी संपत्ति पुलिस की निगाह में आई है, जिसकी राजस्व विभाग ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस की मानें तो बनारस में मुख्तार अंसारी और भी बेनामी संपत्तियां है, जो रिश्तेदार और करीबियों के नाम है। उन संपत्तियों के बाबत भी पता किया जा रहा है। प्रशासन के सीनियर ऑफिसर्स का कहना है कि कि बहुत जल्द ही बड़ा खुलासा भी हो सकता है, जिसमें वाराणसी के कई नामी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं.
शिंकजा कसते ही भागने लगे करीबी
मुख्तार अंसारी से जुड़े आपराधिक मामलों की सुनवाई पर अदालत की तेजी से आने वाले समय में और भी फैसले आ सकते हैं। मुख्तार से जुड़े मामलों की लगातार सुनवाई हो रही है। मुख्तार पर शिकंजा कसते देख उसके करीबियों और रिश्तेदारों में हड़कम्प मचा है। इसके अलावा कई बड़े नाम है, जो दस साल पहले मुख्तार से जुड़ कर ठेकेदारी, प्रॉपर्टी व कारोबार शुरू किया है। मुख्तार के नाम पर इन लोगों ने भी बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया है। हालांकि पुलिस के डर से बनारस छोड़ कर इन लोगों ने नेपाल व मलेशिया में शरण ले ली है.
बहनोई, रिश्तेदारों के नाम खरीदी जमीन
वाराणसी में मुख्तार ने अपने करीबियों के नाम से करोड़ों की संपत्तियां खरीदी हैं। पत्नी और रिश्तेदारों के नाम पर भी संपत्तियां हैं। इसके अलावा गाजीपुर में बहनोई, चचेरे रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई जमीन के दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। इसके अलावा मऊ, आजमगढ़, जौनपुर में भी मुख्तार की संपत्तियों की तलाश की जा रही है। अभी पुलिस लिस्टिंग कर रही है। जांच के बाद इनको एक साथ कुर्क किया जाएगा। 3 साल में मुख्तार की 576 करोड़ की प्रॉपर्टी पर सरकार कार्रवाई कर चुकी है। इसमें 291 करोड़ 19 लाख की संपत्ति जब्त की गई। जबकि 284 करोड़ 77 लाख की संपत्ति पर बुलडोजर चल चुका है.
आसपास जिले मऊ और गाजीपुर की टीमें अपने हिसाब से पड़ताल कर रही होंगी, लेकिन अभी तक वाराणसी पुलिस से किसी ने संपर्क नहीं किया है। 10 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिलने की जानकारी मुझे नहीं है।
- संतोष सिंह, एडिशनल सीपी