वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर शहर में तैयारियां धीरे-धीरे तेज हो गई हैं। पीएम क्रूज से गंगा घाटों का भी नजारा देखेंगे तो पंचगंगा घाट से उतरकर विश्व प्रसिद्ध काशी की संकरी गलियों में पैदल भ्रमण भी कर सकते हैं। पीएमओ से इसकी सूचना आते ही जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों से जानकारी ली तो कालभैरव से लेकर आदिविश्वेश्वर वार्ड तक को चमकाने का काम शुरू हो गया है। पीएम को प्रस्तावित तौर पर पहले से स्मार्ट दोनों वार्ड से अवगत करा दिया गया है, जिसे पीएम की टीम निरीक्षण के बाद फाइनल करेगी.
पीएम का 43वां दौरा होगा
हिंदी पट्टी में शानदार जीत के बाद पूरा देश लोकसभा चुनाव मिशन-2024 के मूड पर आ गया है। वर्ष 2014 और 2019 में मिली सफलता और परंपरा के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी मिशन-2024 की हुंकार दिसंबर महीने में ही काशी के सेवापुरी विधानसभा से भरेंगे। एक बार फिर देश और दुनिया को संदेश देने के लिए संसदीय क्षेत्र काशी को चुना है। पीएम मोदी दो दिवसीय 43वें दौरे पर 17 और 18 दिसंबर को काशी में ताबड़तोड़ कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। पीएम मोदी सेवापुरी में आयोजित जनसभा से ही शहर से लेकर देहात तक ही नहीं, बल्कि पूर्वांचल के कई जिलों को करीब दो हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे, जिसमें धर्म और विकास का संगम दिखेगा। फुलवरिया फोरलेन, अमूल प्लांट, सारनाथ सौंदर्यीकरण समेत कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही तमिल संगमम-2 व मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन भी करेंगे।
पूर्वांचल और पूर्वी बिहार को साधेंगे
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद काशी पीएम मोदी का भव्य स्वागत करेगी। काशी प्रवास के दौरान जगह-जगह भाजपा की ओर से काशी में उनके भव्य स्वागत की तैयारी की जा रही है। पीएमओ की ओर से उनके दौरे की प्राथमिक सूचना जिला प्रशासन और भाजपा नेताओं को दी गई है। पीएम के आगमन के साथ ही उनके कार्यक्रम भी लगभग तय हो गए हैं। चुनाव जनसभा के जरिए वाराणसी से ही पूर्वांचल और पूर्वी बिहार को साधेंगे.
दोपहर में काशी आगमन
पीएम नरेंद्र मोदी 17 दिसंबर की दोपहर विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। पीएम सबसे पहले छोटा कटिंग मेमोरियल स्कूल मैदान जाएंगे, जहां शहरी क्षेत्र के लिए आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी देखने के बाद लाभार्थी वर्ग के साथ संवाद करेंगे। शाम को नमो घाट पर काशी तमिल संगमम कार्यक्रम में आने वाले दक्षिण भारतीय मेहमानों से मिलेंगे और उनके साथ गंगा आरती देखेंगे। काशी-तमिल संगमम में तमिलनाडु के रामेश्वरम और कन्याकुमारी के डेलीगेट्स से संवाद करेंगे। इसके बाद बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस में पीएम रात्रि विश्राम करेंगे.
20 सालों में तैयार स्वर्वेद मंदिर का करेंगे लोकार्पण
पीएम नरेंद्र मोदी बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस से 18 दिसंबर की सुबह हेलीकॉप्टर से उमरहां पहुंचेंगे। पीएम दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर के रूप में स्थापित स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इसका लोकार्पण कर श्रद्धालुओं से संवाद करेंगे। उद्घाटन व विहंगम योग संत समाज के 100वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित 25000 कुंडी स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होगा। इसमें विज्ञान देव महाराज मंदिर से जुड़े तीन लाख श्रद्धालु शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बंगाल, असम, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश आदि प्रान्तों के अलावा इटली, जर्मनी, कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया अमेरिका आदि देशों से शामिल होंगे.
2000 करोड़ की परियोजनाओं की देंगे सौगात
पीएम मोदी 43वें दौरे पर 2000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात काशी के साथ पूर्वांचल को भी देंगे। पीएम नरेंद्र मोदी दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार परियोजनाओं को सजाया जा रहा है। इनमें नमो घाट, फुलवरिया फोरलेन, दो रेलवे ओवरब्रिज, राइफल शूटिंग रेंज, पं। दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 50 बेड का आवासीय भवन, शिवपुर में ड्रग वेयर हाउस, डायट का ट्रेनिंग सेंटर, बीएलडब्ल्यू में टीचिंग रूम लैब, पांच बड़ी और 15 छोटी सड़कों के अलावा 15 से अधिक परियोजनाएं शामिल हैं.
काशी से जाएगा दक्षिण के लिए संदेश
काशी-तमिल संगमम का शुभारंभ 17 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दक्षिण के बड़े नेता शामिल होंगे। काशी तमिल संगमम का उद्देश्य दक्षिण और उत्तर भारत के संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है। पीएम का काशी दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। काशी तमिल संगमम में बड़ी संख्या में दक्षिण के लोग पहुंचेंगे। इसके जरिए मोदी मोदी अपनी बात दक्षिण के लोगों तक आसानी से पहुंचाएंगे.