वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। संसदीय क्षेत्र में यह उनका 41वां दौरा है। हर बार आगमन के साथ अपनी काशी को करोड़ों की सौगात देने वाले पीएम मोदी इस बार 3 हजार करोड़ की कई योजनाओं के साथ आएंगे। पीएम मोदी इससे पहले 24 मार्च, चैत्र नवरात्र में वाराणसी आए थे। सांसद बनने के बाद जब मोदी देश के पीएम बने तो 2014 से 2023 तक 40 बार काशी आ चुके हैं। औसतन हर तीसरे महीने पीएम का काशी आगमन होता है।
चार बार एयरपोर्ट तक ही आए
पीएम बनने के बाद संसदीय क्षेत्र में विशेष मौके पर नरेंद्र मोदी का आगमन काशी में जरूर होता है, जिसमें देव दीपावाली, होली, नवरात्र पर्व शामिल हैं, लेकिन 40 बार में चार बार ऐसे भी मौके आए हैं, जब पीएम बाबतपुर एयरपोर्ट तक ही आए। तीन बार वाराणसी का दौरा विभिन्न कारणों से निरस्त भी हुआ। पीएम के बार वाराणसी में एक दिन रुके। यही नहीं पीएम कई बार अपनी काशी की जनता से वर्चुवली भी भी जुड़े। इस बार भी पीएम मोदी काशी में रात्रि विश्राम करेंगे.
दो दिन का होगा दौरा
पीएम नरेंद्र मोदी सात व आठ जुलाई को बनारस में रहेंगे। इस बार तीन हजार करोड़ की सौगातों में जीवन के मोक्ष द्वार मणिकर्णिका घाट समेत कई प्रोजेक्ट्स के लोकार्पण और शिलान्यास शामिल हैं। 17.56 करोड़ रुपए की लागत से मणिकर्णिका घाट का जीर्णोद्धार और पुनर्विकास किया जाएगा। मणिकर्णिका घाट और आसपास के हेरिटेज भवनों और मंदिरों का पुनर्विकास करने की योजना बनाई गई है। मणिकर्णिका घाट से तारकेश्वर मंदिर तक की इमारत को नागर शैली में डेवलप किया जाएगा। तारकेश्वर महादेव मंदिर तक 3 मंजिला और तारकेश्वर महादेव से दत्तात्रेय पादुका तक (300 से 400 मीटर) का निर्माण होगा। मणिकर्णिका घाट के पुनर्विकास और जीर्णोद्धार की प्लानिंग और डिजाइन कर रही प्लानर इंडिया कंपनी के अनुसार घाट और आसपास के ऐतिहासिक भवनों और मंदिरों का पुनर्विकास प्रस्तावित है.
18 परियोजनाओं का लोकार्पण
मोदी सुल्तानपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सिपेट के स्कीलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट सेंटर सीएसटीसी सहित करीब 18 परियोजनाओं का लोकार्पण होगा। पीएम ने 15 जुलाई 2021 को 10 एकड़ में बने सिपेट का शिलान्यास किया था। इसकी लागत 40.1 करोड़ रुपये है। यह संस्थान रोजगार प्रशिक्षण का प्रमुख माध्यम होगा। यहां प्रतिवर्ष एक हजार छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा हरिश्चंद्र घाट के सौंदर्यीकरण, तीन रेलवे ओवरब्रिज सहित 305 करोड़ से ज्यादा की लागत वाली 10 परियोजनाओं का शिलान्यास कर सकते हैं। इस तरह रेलवे की 1622 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास होगा।
तीन हजार करोड़ योजनाओं की लिस्ट
लोकार्पण
- सुल्तानपुर वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग- 56 का फोरलेन चौड़ीकरण
806
- सेंटर फॉर स्किलिंग एंड टेक्निकल सपोर्ट की बिल्डिंग
40.1
- राजकीय आश्रम स्कूल तरसड़ा का आवासीय बिल्डिंग
2.89
- राजकीय महिला डिग्री कालेज, बरेका में शिक्षक कक्ष और लैब
1.16
- शिवपुर सीएचसी में डिस्ट्रिक्ट ड्रग वेयर का निर्माण
9.19
- सिंधौरा थाने का आवासीय भवन
5.89
- पिंडरा स्थित दमकम स्टेशन पर आवासीय भवन
5.2
- भुल्लनपुर पीएसी परिसर में सीवेज और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग
5.99
-पुलिस लाइन में आर्थिक अपराध अनुसंधान संस्थान का भवन
1.74
-मोहन कटरा और कोनिया घाट क्षेत्र में सीवर लाइन
15.03
-सीवर शोधन प्लांट रमना
2.2
-रामनगर में दुग्ध संस्थान में बायो गैस से बिजली उत्पादन केंद्र
23
-मौनी बाबा आश्रम घाट गौरा का पुनरुद्धार कार्य
3.43
-दशाश्वमेध घाट पर फ्लोटिंग जेटी पर बेजिंग रूम का निर्माण
0.99
-शहर में एलईडी युक्त यूनीपोल
3.5
-96 सड़कों की मरम्मत और निर्माण
96.96
शिलान्यास
बाबतपुर चौबेपुर रोड कादीपुर स्टेशन के पास दो लेन का रेलवे ओवरब्रिज
1.39
वाराणसी प्रयागराज के बीच हरदत्तपुर और राजातालाब में रेलवे ओवरब्रिज
42.22
जसा रामेश्वर रोड पर लोहता चौखंडी स्टेशन के पास रेलवे ओवरब्रिज
78.41
रामनगर के शास्त्री घाट का पुनर्निमाण
10.55
सामने घाट का पुनर्निमाण
10.55
चंद्रप्रभु जैन मंदिर के पास चंद्रावती जैन घाट का पुनर्निमाण
17.06
हरिश्चंद्र घाट का सुदरीकरण
16.86
मणिकर्णिका घाट का सुंदरीकरण
18
छह घाटों पर फ्लोटिंग जेटी और चेंजिंग रूम
06
32 सड़कों का निर्माण और मरम्मत
54.14
नोट: प्रस्तावित परियोजनाओं की लागत करोड़ रुपये में