वाराणसी (ब्यूरो)असि नदी को अतिक्रमण मुक्त बनाने का अभियान एक जुलाई से शुरू होना था, लेकिन सात और आठ जुलाई को पीएम का कार्यक्रम होने की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया थापीएम का कार्यक्रम सफल होने के बाद एक बार फिर से असि नदी किनारे अवैध रूप से बन चुके पांच हजार आवासीय व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर चलाने की योजना बनाई गई हैइसके साथ ही वरुणा नदी को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगावीडीए की सूची में 761 आवासीय व व्यावसायिक भवन कार्रवाई की जद में आएंगेइसमें होटल, अस्पताल भी शामिल हैंअतिक्रमण हटाने व नदी को मूल स्वरूप में वापस लाने की जिम्मेदारी वीडीए, नगर निगम, सिंचाई विभाग, राजस्व व पुलिस महकमे को दी गई है.

कंदवा से कंचनपुर तालाब तक मुआयना

असि नदी को मुक्त कराने की योजना के तहत संयुक्त टीम ने कंदवा से कंचनपुर तालाब तक मुआयना भी किया हैसाथ ही अतिक्रमण हटाने का खाका भी तैयार कर लिया हैइस सिलसिले में डीएम एस राजलिंगम ने आदेश भी दिया हैडीएम ने कहा कि गंगा का जलस्थतर बढऩे से पहले ही असि नदी को अतिक्रमण मुक्त कराए जाएनेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी और हाईकोर्ट की सख्ती के बाद असि नदी को मूल स्वरूप में लाने की कवायद फिर शुरू की गई है

आठ किमी लंबी है नदी

यह नदी आठ किमी लंबी और 200 मीटर चौड़ी है, लेकिन अवैध कब्जे व अतिक्रमण की वजह से अस्तित्व खत्म होने के कगार पर पहुंच गई हैकंदवा से अस्सी घाट तक नदी नाले में तब्दील हो चुकी हैजिम्मेदारों की अनदेखी के चलते नदी के दोनों छोर और तलहटी में अवैध निर्माण होते गएस्कूल, शॉपिंग काम्प्लेक्शन और बहुमंजिली इमारतें बनती गईअब डीएम ने सख्स कदम उठाने के आदेश जारी किए हैंअतिक्रमण हटाने के साथ सफाई का काम भी होगादोनों किनारों के ढाल को सही किया जाएगायह काम सिंचाई विभाग को कराना है

गंगा में मिलती है असि नदी

असि नदी का उद्गम स्थल कंदवा हैनदी चित्तईपुर, करौंदी, करमजीतपुर, नेवादा, सरायनंदन, नरिया, साकेत नगर, भदैनी और नगवां से होकर गंगा में मिलती हैउद्गम स्थल से गंगा संगम तक नदी की कुल लंबाई आठ किलोमीटर हैचौड़ाई दो सौ मीटर से अधिक हैअतिक्रमण को वजह से नदी का अस्तित्व लगभग खत्म हो गया हैकहीं पांच फीट तो कहीं आठ फीट चौड़ाई ही बनी है.

हर महीने गिर रहे छह अवैध निर्माण

एनजीटी ने वरुणा नदी पर हुए अतिक्रमण को लेकर नाराजगी जताई हैइसी को ध्यान में रखते हुए असि के साथ वरुणा नदी को अतिक्रमण से मुक्त कराने की प्लानिंग हैवीडीए वीसी के अनुसार अतिक्रमण का सर्वे पांच वर्ष पहले हुआ थाइसके बाद कई भवन स्वामियों को नोटिस दिया गयाकुछ भवनों को तोड़ा गयाविलक्ष्य निर्धारित करके हर महीने पांच से छह अवैध निर्माण ढहाए जा रहे हैंवरुणा नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट और एचएपुएल क्षेत्र में लगातार निगरानी कराई जा रही हैनया निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.

एनजीटी व हाईकोर्ट के आदेश पर असि नदी को अतिक्रमण मुक्त बनाने का फैसला किया गया हैसंयुक्त टीमें गठित कर दी गई हैबहुत जल्द ही अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाए जाएंगेइसकी विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी गई है.

एस राजलिंगम, डीएम