वाराणसी (ब्यूरो)। भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 शुक्रवार को लांच हो गया। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया। इसे चांद तक पहुंचने में महीनेभर से ज्यादा का समय लगेगा। 23 या 24 अगस्त को ये चांद की सतह पर लैंड कर सकता है। हालांकि, ये तारीख आगे-पीछे भी हो सकती है। वहीं आंध्र प्रदेश में हुए इस चंद्रयान की लांचिंग को लेकर बनारस के लोगों में भी खासा उत्साह देखा गया। जहां बीएचयू के वैज्ञानिक और प्रोफेसर्स इसकी सफलता के लिए इस योजना से जुड़ी पूरी टीम के लोगों को बधाई दे रहे हैं, वहीं इससे पहले मंदिर-शिवालयों में पूजा-अर्चना कर इसकी सफलता की कामना की गई.
गंगा का 101 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक
बता दें कि इससे पहले इसी रॉकेट से स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को लांच किया गया था, लेकिन 6-7 सितंबर को विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी। एक बार फिर से लांच हुए इस चंद्रयान-3 की सफलता के लिए काशी में प्रार्थना और मंदिरों में लोगों ने भगवान शिव से आशीर्वाद मांगा। मां गंगा का 101 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक भी हुआ। एक तरफ जहां लोग मंदिरों में चंद्रयान के तस्वीर को लेकर भगवान शिव से आराधना कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ गंगा घाट पर मां गंगा को 101 लीटर दूध चढ़ाकर सफल परीक्षण की कामना की भी गई।
मंदिर में की गई विशेष पूजा
वाराणसी जिला मुख्यालय में स्थित शिव मंदिर पर भगवान शिव से आराधना की गई। सभी ने चंद्रयान -3 के सफल परीक्षण के लिए कामना की। व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा कि तीसरा चंद्रयान आज चंद्रमा पर जा रहा है। हम सभी देवी देवताओं से यह प्रार्थना कर रहे हैं कि यह पूरी तरह से सफल हो और हिंदुस्तान का नाम पूरे दुनिया में रोशन हो।
मां गंगा से विशेष प्रार्थना
इसके साथ ही पांडेय घाट पर मां गंगा से विशेष प्रार्थना की गई। बंगाली समाज के लोगों ने बंगाली विधि विधान से पूजा करते हुए मां गंगा को 101 लीटर दुग्धाभिषेक किया। तनुश्री मुखर्जी ने कहा कि हम सभी आज गंगा के किनारे एकत्र होकर मां गंगा से प्रार्थना की है कि जो चंद्रयान चंद्रमा पर जा रहा है वह सफल पूर्वक अपना कार्य करें। हम सभी बाबा विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा से प्रार्थना कर रहे हैं कि यह पूरी तरह से सफल हो और भारत को एक नई पहचान मिस सकें। वहीं दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से होनी वाली गंगा आरती में भी चंद्रयान-3 की सफलता के लिए आरती के साथ प्रार्थना की गई। इस दौरान संस्था अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी समेत अन्य उपस्थित थे।
चंद्रयान-3 में आईआईटी बीएचयू के वैज्ञानिकों का किसी तरह का कोई रोल नहीं था। लेकिन हम इसकी सफल लांचिंग के लिए पूरी टीम को शुभकामनाएं देते हुए इसकी सफलता की कामना करते हैं।
डॉ। शिशिर गौड़, असिस्टेंट प्रोफेसर-डिपार्टमेंट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग-आईआईटी बीएचयू
चंद्रयान-3 की सफल लांचिंग हो चुकी है। अब इसके सफल लैडिंग की प्रार्थना की जा रही है। पिछली बार जो भी गलती हुई थी, इस बार वे दोहराई नहीं जाएंगी। फेल्योर की जो भी वजहें थी, उसे दूर किया गया है।
प्रो। अभय कुमार सिंह, डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस फिजिक्स-बीएचयू