वाराणसी (ब्यूरो)सीजन कोई भी हो, यहां की रौनक देखने लायक होती हैयहां की चकाचौंध पूरे पूर्वांचल में प्रसिद्ध हैखासकर जब कोई फेस्टिवल नजदीक आता है तो और भी रौनक बढ़ जाती हैजी हां, बात हो रही है मलदहिया बाजार कीयहां रेडिमेड गारमेंट्स में सूट, शेरवानी का सबसे बड़ा हब हैएक से एक ब्रांडेड साड़ी, सूट, शेरवानी के आउटलेट्स के अलावा ज्वेलरी, कास्मेटिक की तमाम दुकानें मौजूद हैंशादी विवाह का ओकेजन हो या फिर फेस्टिवल, सीधे लोग यहीं खरीदारी के लिए आते हैं, क्योंकि यहां पर सभी रेंज की सूट, शेरवानी उपलब्ध रहते हैंएलीट क्लास से लेकर लग्जीरियस पर्सन तक के रेंज यहां के शोरूम में उपलब्ध हैंयही वजह है कि यह मार्केट हमेशा कस्टमर्स से भरा पड़ा रहता हैकस्टमर्स की सहूलियत के लिए यहां के दुकानदारों ने पूरा इंतजाम कर रखा हैकोई सूट की खरीदारी पर एक सूट फ्री दे रहा है तो साड़ी की खरीदारी पर 30 प्रतिशत की छूट दे रहा हैलिहाजा खरीदारी के लिए छूट पर लूट मची हुई है.

मार्केट में खास

लहुराबीर चौराहे से लेकर मलदहिया चौराहे तक एक से एक ब्रांडेड कपड़े का शोरूम हैमार्केट की खास बात यह है कि यह मार्केट सूट और शेरवानी के लिए जाना जाता हैलेडिज सूट या शेरवानी हो या फिर जेंट्स या फिर बच्चों के एक से एक कलर्स में कपड़े मौजूद हैंयही नहीं पैंट शर्ट के अलावा साडिय़ों के भी कुछ शोरूम में मौजूद हैंखासकर जब रात होती है तब इन शोरूम की जगमगाहट देखने लायक बनती है.

सूट-शेरवानी अब फैशन बना

शादी-विवाह के अलावा अब सूट व शेरवानी का क्रेज बर्थडे और पार्टियों की भी शान बन गई हैखरीदारी भी अब फैशन बन गया हैग्राहकों की पसंद को देखते हुए शोरुम्स संचालकों ने एक से एक सूट, साड़ी के अलावा किड्स वियर दुकानों पर सजा रखे हंैइसके अलावा शार्ट शट्र्स, फार्मल ट्राउजर, सलवार सूट, जींस की टीशर्ट भी मौजूद है

एक करोड़ का कारोबार

मलदहिया गारमेंटस मार्केट का कारोबार 1 करोड़ का हैइसमें 80 परसेंट सूट और शेरवानी का हैइसके अलावा बच्चों के ड्रेस मैटेरियल्स की भी खरीदारी होती हैबच्चों के भी सूट व शेरवानी की रेंज शोरूम में उपलब्ध हैफिलहाल दुकानदारों का कहना है कि पहले की अपेक्षा अब कारोबार बढ़ गया है.

40 साल पुराना है मार्केट

मलदहिया मार्केट के गारमेंट्स कारोबारियों की मानें तो 40 साल पुराना मार्केट हैपहले यहां पर एक दो गारमेंट्स की दुकानें थींकैंट रेलवे स्टेशन से नजदीक होने की वजह से सबसे पहले यहां पहला शोरूम शूट और शेरवानी का ओपेन हुआइसके बाद देखते ही देखते आज शूट और शेरवानी की करीब 80 से अधिक शोरूम हैंइसके अलावा साड़ी, किड्स वियर, पैंट, शर्ट, पैंट कोर्ट, सूट-सलवार के भी शोरूम हैंमलदहिया मार्केट में छोटे-बड़ेे मिलाकर करीब 200 शोरूम हैं

भीड़ से बचने के लिए आते हैं ग्राहक

हर एज ग्रुप के लिए कपड़े खरीदना हो तो मलदहिया गारमेंट्स बाजार ग्राहकों के लिए बेस्ट ऑप्शन बन गया हैपूर्वांचल के ग्राहक गोदौलिया, नई सड़क लक्सा के जाम से बचने के लिए मलदहिया में खरीदारी के लिए आते हैंकिसी के पास वाहन न हो तो वह भी कैंट उतरने के बाद इंग्लिशिया लाइन चौराहे से आराम से मलदहिया आते हैंआटो से किसी को आना हो तो वह कैंट चौराहे से सीधे आ सकता है.

शूट शेरवानी के लिए मलदहिया बाजार गारमेंट्स का सबसे बड़ा हब बन गया हैएक दशक में गारमेंट्स के कारोबार में 80 फीसदी का इजाफा हुआ है.

मोहित भारुका, शोरूम संचालक

धोती-कुर्ता के अलावा स्टोन, क्रिस्टल से तैयार की गई शेरवानी लोगों की पहली पसंद बन गई हैशादी विवाह का सीजन हो या फिर त्योहार, हमेशा ग्राहकों की भीड़ आती है.

मोहन कुमार सेठ, शोरूम संचालक

मलदहिया बाजार में करीब 2 सौ से अधिक आउटलेट्स हैैंअब किसी भी त्योहार में कपड़ा खरीदना लोगों का फैशन बन गया हैमहिलाएं हो या फिर पुरुष त्योहार पर खरीदारी ज्यादा करने लगे हैं.

ब्रजभूषण, शोरूम संचालक

मलदहिया धीरे-धीरे गारमेंट्स का सबसे बड़ा हब बन गया हैयहां शहर ही नहीं पूरे पूर्वांचल से लोग खरीदारी के लिए आते हैंशाम होते ही ग्राहकों की भीड़ से मार्केट पट जाता है.

बृजेन्द्र सिंह, बिजनेसमैन