वाराणसी (ब्यूरो)पिछले तीन दिनों से एक बार फिर गर्मी के साथ टेम्प्रेचर लोगों को टार्चर करने लगा हैलोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे हंैगंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें एडमिट किया जा रहा हैउमस भरी प्रचंड गर्मी और चिलचिलाती धूप ने ऐसा सितम ढाया कि इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पडऩे लगा हैमंडलीय अस्पताल का 30 बेड का मेडिसिन वार्ड व 16 बेड का इमरजेंसी वार्ड मरीजों से फुल हैजिला अस्पताल में भी मेडिसिन वार्ड मरीजों से भरे पड़े हैंइसमें से ज्यादातर मरीज डायरिया, लूज मोशन, पेट दर्द और हीट स्ट्रोक के हैंभर्ती होने वाले मरीजों में ब'चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं.

केस-1

पहडिय़ा के रहने वाले प्रमोद कुमार दो दिन पहले किसी काम से बाहर निकले थेघर आते ही उन्हें अचानक से उल्टी होने के साथ तेज सिर दर्द होने लगाकिसी तरह वे जिला अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचेजांच के बाद पता चला कि लू लगने से शरीर में पानी की मात्रा कम हो गई हैफिलहाल उन्हें एडमिट कर इलाज किया जा रहा है.

केस-2

सोनिया निवासी अशोक कुमार की बेटी तीन दिन पहले दोपहर करीब 3 बजे ट्यूशन पढ़ाने के लिए निकली थीवापस लौटने के बाद अचानक से उनके पेट में दर्द होने लगाअशोक बेटी को लेकर मंडलीय अस्पताल पहुंचेजांच के बाद उसे एडमिट कराकर इलाज किया गयाहालांकि दो दिन में ठीक होने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया.

ये तो सिर्फ दो केस हैंइस तरह के दर्जनों मरीज अस्पतालों में डेली पहुंच रहे हैंपिछले तीन दिनों से एक बार फिर गर्मी के साथ टेम्प्रेचर लोगों को टार्चर करने लगा हैलोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे हंैगंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें एडमिट किया जा रहा हैउमस भरी प्रचंड गर्मी और चिलचिलाती धूप ने ऐसा सितम ढाया कि इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पडऩे लगा हैमंडलीय अस्पताल का 30 बेड का मेडिसिन वार्ड व 16 बेड का इमरजेंसी वार्ड मरीजों से फुल हैजिला अस्पताल में भी मेडिसिन वार्ड मरीजों से भरे पड़े हैंइसमें से ज्यादातर मरीज डायरिया, लूज मोशन, पेट दर्द और हीट स्ट्रोक के हैंभर्ती होने वाले मरीजों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं.

बच्चों को ज्यादा हो रही परेशानी

यह गर्मी बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा भारी पड़ रही हैमंडलीय व जिला अस्पताल का बाल रोग वार्ड डायरिया से पीडि़त बच्चों से फुल चल रहा हैमंडलीय अस्पताल के बाल रोग वार्ड में 18 बेड का वार्ड फुल हैवहीं मेडिसिन वार्ड में युवाओं के साथ बुजुर्ग भरे हुए हैंइसमें आधे से ज्यादा लू की चपेट में आने वाले लोग हैंवहीं बच्चे सिर दर्द, उल्टी-दस्त, मतली और डायरिया से पीडि़त पाए गए हैंइस तरह के डेली 15 से 20 बच्चों को एडमिट किया जा रहा है तो इतने ही डिस्चार्ज भी हो रहे हैं.

गर्मी का उतार चढ़ाव जारी हैऐसे में बच्चों का बचाव बेहद जरूरी हैयहां आने वाले 50 प्रतिशत बच्चे डायरिया व उल्टी-दस्त आदि से पीडि़त आ रहे हैंडेली 10 से 15 बच्चे एडमिट और डिस्चार्ज किए जा रहे हैंउल्टी दस्त होने पर बच्चों को ओआरएस का घोल देते रहें.

डॉसीपी गुप्ता, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, मंडलीय अस्पताल

एक बार फिर गर्मी लोगों को परेशान कर रहा हैधूप इतनी तेज है कि बर्दाश्त करना मुश्किल हैऐसे में जरा सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती हैलू लगने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हैगंभीर स्थिति में मरीजों को भर्ती होना पड़ रहा हैबॉडी में पानी की मात्र कम न होने दें.

डॉएसएस पांडेय, फिजीशियन

कहां कितने मरीज

मंडलीय अस्पताल

1600

से 1800 मरीज पहुंच रहे हैैं डेली

400

से 500 के करीब मरीज मेडिसिन ओपीडी में

100

से ज्यादा मरीज लू, डायरिया, उल्टी व दस्त के

50

से ज्यादा मरीज एडमिट हैं महिला व पुरुष वार्ड में

18

बेड फुल हैं बच्चों के वार्ड में

जिला अस्पताल

1500

के करीब मरीज पहुंच रहे हैैं डेली

300

से ज्यादा मरीज सामान्य ओपीडी में

100

के करीब मरीज, लू लगने, पेट दर्द और मौसमी बीमारी के

40

से ज्यादा मरीज एडमिट हैं महिला व पुरुष वार्ड में

18

से ज्यादा बच्चे यहां भी हैं एडमिट