वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस की सड़को को सुधारने वाले प्रशासनिक अमले अपने वादे को अमल में लाने के लिए हर कदम पीछे जाते हुए नजर आ रहे हंै। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद चर्चा थी कि बनारस को पूरी तरीके से 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही अपने इस वादे को पूरा करने के लिए कई विभागों ने जमकर भरोसे के साथ वादा किया था, परंतु असलियत आज भी बनारस की सड़कें बयां कर रही हंै। इन सड़कों का हाल यह है कि ये सड़कें आज भी गड्ढों से मुक्त नहीं हो पाई हैैं.
जल्दबाजी में हुआ काम
देव दीपावली पर शहर के अंदर देश विदेश के टूरिस्टों के आगमन को ध्यान में रखकर बनारसी तंत्र अपनी साख बचाने और नाकामी छिपाने के लिए जल्दबाजी में शहर के चुनिंदा रूटों पर पैचवर्क का काम करवा दिया। ये पैचवर्क उन्हीं रूटों पर करवाया गया, जिस पर प्रशासन को अनुमान था कि टूरिस्ट इन रूटों से ज्यादा मात्रा में गुजरेंगे। वहीं बाकी शहर की सड़़कें सही होने की बाट जोह रही हैं.
पांडेयपुर-खजुरी रोड सालों से खराब
शहर के इंट्री प्वाइंट पांडेयपुर चौराहे से खजुरी होते हुए मकबूल आलम रोड है, जो लोगों को चौकाघाट तक लेकर आती है। जैसे ही आप पांडेयपुर से खजुरी रोड पर कदम रखेंगे, वैसे ही आप गड्ढ़ों का सामना करने के लिए तैयार हो जाइए। इस सड़क को ठीक करने के लिए प्रशासन के आला अभी तक शांत बैठे हुए हैं और कारवाई करने से कतरा रहे हंै।
छित्तूपुर मिल रोड
छित्तूपुर मिल रोड पूरी तरीके से नगर निगम के अधीन बनाई गई सड़क है। इस सड़क का हाल बहुत खराब है। लोगों का कहना है कि जब भी वह इस सड़क से गुजरते हंै तो उनकी बाइक जरूर पंचर हो जाती है। हम लोगों के द्वारा इतनी भारी भरकम मात्रा में प्रशासन को टैक्स दिया जाता है। इसके बाद भी प्रशासनिक अमला सड़कों को ठीक कराने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है.
शहर की 90 फीसदी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर लिया गया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 50 फीसदी से अधिक कार्य कर लिया गया है। 15 नवंबर से हर हाल में सभी सड़कों को दुरुस्त कर लिया जाएगा, वहीं अन्य ïिवभागों से सड़कों की प्रगति की रिपोर्ट मांगी गई है.
केके सिंह। अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी
सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए नगर निगम तत्पर है। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए 4.50 करोड़ का बजट रखा है। हम लोगों द्वारा 90 प्रतिशत कार्य कराया गया है। 15 नवंबर तक हम सारे सड़कों को गड्ढा मुक्त घोषित कर देंगे.
मोइनुद्दीन, मुख्य अभियंता, नगर निगम