वाराणसी (ब्यूरो)। कोरोना काल में जांच के जहां पैसेंजर्स की लाइन लगती थी, वहीं अब भागने लगे हैैं। इसकी बानगी देखनी हो तो कैंट रेलवे स्टेशन पर जाइए। पैसेंजर्स की सहूलियत के लिए रेलवे प्रशासन ने प्लेटफार्म पर कोविड सेंटर बना रखा है कि कोई व्यक्ति दूसरे शहर से आए तो जांच कराकर यह पुष्ट कर ले कि उसे कोरोना तो नहीं हुआ है। लेकिन, स्टेशन पर सब उल्टा हो रहा है। कोई भी पैसेंजर्स ट्रेन से ज्यों ही उतर रहा है, कोविड सेंटर देखकर तुरंत साइड होकर चला जा रहा है। उसको इस बात डर सता रहा है कि कहीं वह फिर कोरोना पाजिटिव न हो जाए। कई तो ऐेसे भी दिखे जो कोविड सेंटर देखते ही प्लेटफार्म पर ही नहीं आए। ट्रैक पर ही कूदकर दूसरे प्लेटफार्म पर चले गए.
कोरोना की बढऩे लगी लहर
शहर में एक बार फिर कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। शुक्रवार तक 125 कोरोना के मरीज आने के बाद रेलवे, रोडवेज पर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी गई है। रेलवे स्टेशन पर तो पैसेंजर्स की भीड़ इतनी अधिक है कि देखने पर पता चल रहा है कि लोग कोरोना का भय भूल चुके हैैं। प्लेटफार्म पर कोई प्लास्टिक तो कोई चादर बिछाकर मोबाइल चलाने में व्यस्त रहा तो कोई बात करने में। कोई भी पैसेंजर्स कोरोना के प्रति सतर्क नहीं दिखा.
लैब टेक्नीशियन को बुलाना पड़ रहा
कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए कोविड टेस्ट सेंटर बनाया गया है। सेंटर पर करीब 10 परसेंट यात्री ही जांच करा रहे हैं। बाकी बचे 90 परसेंट तो कोविड टेस्ट सेंटर देखकर ही भाग जा रहे हंै। कोविड सेंटर पर बैठा लैब टेक्नीशियन को यात्रियों को बुलाना पड़ रहा है। इसके बाद भी लोग निकल जा रहे हंै। यात्रियों को भय सता रहा है कि कहीं फिर से पाजिटिव आ गए तो कहीं स्टेशन पर ही क्वारंटाइन न कर दें.
62 लोगों ने कराई जांच
कोविड सेंटर में बैठे सुनील ने बताया कि कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए पैसेंजर्स की जांच के लिए यहां कोविड सेंटर बनाया गया है, लेकिन यात्री सेंटर को देखते ही भाग रहे हैं। लोगों को पकड़कर लाना पड़ रहा है। शुक्रवार को करीब 62 लोगों ने जांच कराई, जबकि आने वालों की संख्या हजारों में है। कोविड टेस्ट के लिए रिक्वेस्ट कर रहे हैैं तो वहीं पहले वैक्सीनेटेड का हवाला देते हुए वह कोरोना जांच से भाग रहे हैैं.
बस स्टेशन पर जांच नहीं
कैंट बस रोडवेज पर यात्रियों की जांच के लिए कोविड सेंटर नहीं बनाया गया है जबकि प्रतिदिन दस हजार से अधिक यात्री कैंट रोडवेज से यात्रा कर रहे हैं। मानो महामारी के बढऩे का इंतजार कर रहे हैैं। रोडवेज पर बिना मास्क लगाए ही लोग इधर-उधर बैठ रहे हंै। जिसको जहां मन हो रहा है वहां जा और आ रहा है। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। न ही कोई मास्क के लिए कहने वाला.
125 हो गए कोरोना के पेशेंट्स
कोरोना मरीजों की संख्या सैकड़ा पार कर 125 पहुंच गई है। इनमें से एक्टिव मरीज 54 हैं। इसके बाद भी लोग सतर्क नहीं हो रहा है। मास्क लगाने के लिए स्वास्थ्य डिपार्टमेंट बार-बार कह रहा है। इसके बाद भी भीड़ वाले क्षेत्र में लोग बिना मास्क के ही टहल रहे हंै। रोडवेज पर भी कोई कोविड सेंटर नहीं बनाया गया है, जबकि रोडवेज में प्रतिदिन दस हजार से अधिक यात्री यात्रा करते हैं.
कोविड को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। इसके बाद भी अगर रोडवेज पर टेस्ट कोविड सेंटर नहीं बना है तो यह सोचने वाली बात है। रोडवेज और रेलवे से प्रतिदिन हजारों लोग यात्रा के लिए जाते हैं.
डा। एसएस कन्नौजिया, डिप्टी सीएमओ