वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी की सड़कों पर जबसे इलेक्ट्रिक बस दौडऩे लगी है, तबसे लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत हो गई है। लोग आराम से एसी सीट पर बैठकर वाराणसी के किसी भी कोने में ट्रेवल करते हैं। वाराणसी में 50 ई-बस का संचालन 6 रूट पर होता है। पिछले कई दिनों से ई-बसों से ट्रेवल करने वाले पैसेंजर्स की कंप्लेन आ रही थी कि बस में पैनिक बटन काम नहीं करता है और महिलाओं की सीट पर पुरुष बैठते हैं। लोगों की समस्या को देखते हुए जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम मौके पर पहुंची तो वाकई में उनका कंप्लेन सच साबित हुआ। जहां पैनिक बटन व चार्जिंग प्वाइंट काम नहीं कर रहा था, वहीं महिलाओं की सीट पर पुरुष बैठे हुए थे.
किसी काम का नहीं पैनिक बटन
पैनिक बटन कितना काम करती है, यह जानने के लिए जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम दोपहर 12.40 बजे मिर्जामुराद से सिंधौरा जाने वाली बस नंबर 104 के अंदर पहुंची तो वहां गड़बडिय़ां ही दिखीं। पैनिक बटन प्रेस करने पर पता चला कि वह खराब है। वहीं जब ड्राइवर से इसके बारे में पूछा गया तो उसे भी इसकी ठीक से जानकारी नहीं थी। सिर्फ एक ही बस नहीं बल्कि तमाम ई बसों के पैनिक बटन खराब निकले.
इन बसों के खराब निकले पैनिक बटन
5042 मिर्जामुराद से बाबतपुर
1398 मिर्जामुराद से सिंधौरा
8724 कैंट से चांदपुर
पैनिक बटन का क्या है काम
इलेक्ट्रिक बसों में सुरक्षा के लिए पैनिक बटन लगाए गए हैैं। बता दें कि पैनिक बटन इसलिए लगाया गया है कि बसों में किसी प्रकार की दुर्घटना, छेड़छाड़ जैसे अपराध पर रोक लग सके। खासकर महिला यात्रियों को सुरक्षा देने के लिए यह ई-बस में लगाया गया है। अगर कोई महिला इस पैनिक बटन को प्रेस करती है तो सीधा नोटिफिकेशन बस ड्राइवर और पुलिस के कंट्रोल रूम में जाता है।
महिलाओं की सीट पर बैठे पुरुष
ई-बस में महिलाओं की सीट पर पुरुषों ने कब्जा कर रखा था और महिलाएं खड़े होकर ट्रेवल कर रही थीं। साथ ही बस में लगे चार्जिंग पॉइंट भी किसी काम के नहीं थे। बस में एसी और कैमरे ठीक से काम कर रहे थे। ड्राइवर से जब बस की असुविधा को लेकर बात की गई तो उनके पास भी कोई जवाब नहीं था.
फैक्ट एंड फीगर
50 ई-बसों का शहर के तमाम जगहों पर होता है संचालन
2.5 लाख रुपये की कमाई होती है परडे
ई-बस में महिलाओं के लिए जो पैनिक बटन लगाए गए हैैं, वह काम नहीं कर रहे हैं। साथ ही महिलाओं की सीट पर पुरुष बैठे रहते हैं.
गौरी, पैसेंजर
बस में लगे चार्जिंग पॉइंट बस नाम के हैं। कोई काम नहीं करता है। साथ ही पैनिक बटन भी खराब हैं। पैसेंजर्स की कोई नहीं सुनता है.
ललित, पैसेंजर
पैसेंजर बार-बार पैनिक बटन को प्रेस करते हैं, जिस कारण वह खराब हो गई है। जल्दी ही इन्हें ठीक कराया जाएगा। चार्जिंग पॉइंट को भी ठीक करने का काम चल रहा है.
एके सिंह, एआरएम, सिटी बस