वाराणसी (ब्यूरो)। कोरोना महामारी के दौरान कोविन पोर्टल के माध्यम से लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी गई थी। अब उसी तर्ज पर 'यू-विनÓ पोर्टल पर जन्म से लेकर पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों एवं प्रेग्नेंट वूमेंस को वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर्स की जानकारी व ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी जाएगी। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मंडल की अपर निदेशक डॉ। मंजुला सिंह ने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से लाभार्थी आसानी से वैक्सीन लगवाने के लिए बुकिंग करा सकेंगे। वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट भी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होगा। इस सुविधा से जुड़ी सबसे खास बात यह भी है कि यू-विन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद न्यू बॉर्न बेबी, चिल्ड्रेन और प्रेग्नेंट वूमेंस को देश भर में कहीं भी वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी जाएगी। चर्चा है कि इसी माह पीएम नरेंद्र मोदी इस पोर्टल को लांच कर सकते हैैं.
कोविन से भी जोड़ा गया
एसीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एके मौर्य ने बताया कि यू-विन पोर्टल या एप को मोबाइल में डाउनलोड कर लाभार्थी स्वयं तथा अपने परिवार के सदस्यों को रजिस्टर कर इसका लाभ उठा सकते हैं। आंकड़ों के आदान-प्रदान के लिए यू-विन पोर्टल को कोविन से भी जोड़ दिया गया है। इस कारण ज्यादातर लोगों के आंकड़े पहले से ही पोर्टल पर मौजूद हैं। जैसे ही आप पूर्व में कोविड टीकाकरण के वक्त कोविन एप पर दर्ज कराए गए अपने मोबाइल नंबर को यू-विन एप पर रजिस्टर करते हैं, वहां आपका नाम, पता, आधार नंबर आदि विवरण आ जाता है। बच्चे की डेट ऑफ बर्थ डालते ही लगने वाले वैक्सीन की पूरी डिटेल के साथ दिखने लगेगी.
अधिकारियों को दी ट्रेनिंग
सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को इसकी प्रॉपर जानकारी हो और संचालन सफल सफलता के साथ हो, इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा सोमवार को बीएलडब्ल्यू स्थित एक होटल में नियमित वैक्सीनेशन प्रोग्राम अंतर्गत 'यू-विनÓ रोल आउट संबंधी जिला स्तरीय ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित की गई। इसमें केंद्रीय व राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त कर आये प्रशिक्षक यूएनडीपी के डॉ। पंकज सोमानी और डॉ। नीतेश कनेरिया द्वारा जिला स्तरीय चिकित्सा अधिकारियों के साथ ग्रामीण एवं शहरी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक (बीपीएम), ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (बीसीपीएम) एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर को ट्रेंड किया गया। ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को निर्देशित किया गया कि जल्द से जल्द ब्लॉक व शहरी स्तर की आशा और एएनएम को प्रशिक्षण दिया जाए। ट्रेनिंग में यूएनडीपी से डॉ। आशुतोष मिश्रा, रीना वर्मा एवं सहायकों ने महत्वपूर्ण सहयोग किया.
ट्रेनिंग के दौरान इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ। अमित सिंह, डॉ। यतीश भुवन पाठक, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, अधीक्षक, एमओआईसी, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम, डीईओ, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ एसएमओ व यूनिसेफ डीएमसी मौजूद रहे.
पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज
-लाभार्थी का आधार से जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर
-बच्चे के मामले में उसकी जन्मतिथि की सही जानकारी
-प्रेग्नेंट वूमेंस के मामले में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, पेंशन बुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर स्मार्ट कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, दिव्यांग कार्ड या फोटो युक्त राशन कार्ड
यू-विन के फायदे
-परिवार के सभी सदस्यों के टीकाकरण का डाटा एक साथ एक ही जगह पर उपलब्ध होगा.
-पूरे देश में टीका की आपूर्ति एवं उपयोग की केंद्रीयकृत निगरानी हो सकेगी.
-स्वास्थ्य कार्यकर्ता के कार्यों का आकलन भी हो सकेगा.
-टीके की तारीख भूलने नहीं देगा।
-स्लॉट बुकिंग कर समय भी बचाएगा
-टीके की दवा की बर्बादी भी रोकेगा, क्योंकि एप में टीके की डोज की उपलब्धता का भी विवरण दर्ज होगा.
यू-विन को शुरू करने को लेकर प्रदेश स्तर पर पूरी तैयारी कर ली गई है। जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में एक साथ लांच किया जाएगा। प्राइम मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी के हाथों इसका उद्घाटन होना है। 12 या 13 मार्च तक होने की संभावना है। इससे पहले इस यू-विन को लेकर सभी को ट्रेंड किया जा रहा है.
डॉ। एके मौर्या, एसीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी