वाराणसी (ब्यूरो)। ऑनलाइन कारोबार छोटे व्यापारियों का कारोबार लील रहा है। हालात यह है कि कई दुकानदारों की बोहनी-बट्टा न होने से दुकानदारी चौपट हो रही है। इसको लेकर महानगर उद्योग व्यापार समिति के व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि ऑनलाइन कारोबार पर रोक लगाया जाए, ताकि छोटे दुकानदार पनप सकें.
बड़े पैमाने पर टैक्स जाता
व्यापार मंडल के संरक्षक श्रीनारायण खेमका ने कहा कि शहर से करोड़ों रुपए टैक्स सरकार को जाता है। इसके बाद भी सरकार ऑनलाइन कारोबार पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। ऑनलाइन कारोबार से व्यापारियों के सामने संकट खड़ा हो गया है। व्यापारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाषण में वोकल फार लोकल को प्रमोट करने की बात करते हैं, लेकिन एक तरफ वह छोटे व्यापारियों को खत्म करने के लिए ऑनलाइन व्यापार का सपोर्ट कर रहे हंै.
एक स्वर में जताया विरोध
महामंत्री अशोक जायसवाल ने कहा कि सभी व्यापारियों ने ऑनलाइन कारोबार का एक स्वर में विरोध किया है। ऑनलाइन बाजार में अलग-अलग क्षेत्रों में 50 से 70 फीसदी प्रतिवर्ष तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे खुदरा और असंगठित क्षेत्र में करोड़ों लोगों की नौकरियों पर खतरा पैदा हो गया है। त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही ऑनलाइन कंपनियां हावी हो जाती हैं.
सरकार से की शिकायत
अध्यक्ष प्रेम मिश्रा, महामंत्री अशोक जायसवाल, उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा समेत दर्जनों व्यापारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि ऑनलाइन कारोबार को बंद किया जाए ताकि छोटे दुकानदारों की रोजी-रोटी चल सके.