वाराणसी (ब्यूरो)। आदियोगी भगवान शिव और विश्व के प्रथम योगगुरू महर्षि पतंजलि की कर्मभूमि है काशी नगरी। इस वर्ष 21 जून को नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक साथ 1000 लोग श्री काशी विश्वनाथ धाम से दुनिया को निरोग रहने का की कामना करेंगे। काशी से योगी का संदेश देने के लिए योगी सरकार ने बृहद स्तर पर प्लान बनाया है। विश्वनाथ कॉरिडोर में योग दिवस के दिन एक साथ हजार लोग सूर्य नमस्कार भी करेंगे। विश्वनाथ धाम के अलावा काशी के प्रमुख 30 घाटों पर 21 जून को वृहद योग कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी चल रही है। इसके अलावा पर्यटन स्थलों, शिक्षण संस्थानों सहित अन्य जगहों पर भी योग दिवस पर कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी चल रही है। सरकार 15 जून से 21 जून तक योग सप्ताह भी मना रही है। इसके अलावा लोगों को जागरूक करने और भागीदारी के लिए हर आंगन योग नारे के साथ सप्ताह भर से योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं.
30 प्रमुख घाटों पर योग कार्यक्रम
डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक साथ लगभग 1000 लोग योग करेंगे। धाम के मंदिर चौक क्षेत्र में इंटरनेशनल योगा डे पर योग का मुख्य कार्यक्रम होगा। वहीं क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ। भावना द्विवेदी ने बताया कि नवम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कॉमन योग प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काशी के अर्धचंद्राकार घाटों पर भी योग किया जाएगा। 30 प्रमुख घाटों को इसके लिए चिह्नित किया गया है। इसमें प्रमुख तौर पर नमो घाट, अस्सी, रविदास, राजघाट, सिंधिया घाट, बबुआ घाट, दशाश्वमेध घाट आदि हैं।
दुनिया देखेगी बड़ी तस्वीर
विश्वविद्यालय, स्कूल, सामाजिक संस्था, सरकारी विभाग आदि सभी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी में जुटे हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत की ऋ षि मुनियों की प्राचीन विद्या योग को विश्व पटल पर लाया है। अब नवम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उनके संसदीय क्षेत्र से 21 जून को योग की बड़ी तस्वीर दुनिया देखेगी। महादेव के आंगन में कार्यक्रम होगा तो इसका संदेश भी विश्व मे जाएगा और लोग निरोगी काया के लिए योग को जीवन का अंग बनाएंगे.
गंगा तट पर एनडीआरएफ जवानों ने किया योग
शरीर को निरोगी रखने के लिए एनडीआरएफ जवानों ने नमो घाट पर रविवार को योगाभ्यास किया। गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। कार्यक्रम की शुरुआत 11 एनडीआरएफ के डीआइजी मनोज कुमार शर्मा ने दीप जलाकर किया। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आए हुए कुशल योग प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में बचाव कर्मियों ने विभिन्न प्रकार के आसन और प्राणायाम किए। उनके साथ सामाजिक संस्था सृजन, गोवर्धन पूजा समिति वाराणसी के सदस्यों ने भी पूरे उत्साह से कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर डीआइजी कहा कि योग से न केवल व्यक्ति का तनाव दूर होता है बल्कि मन और मस्तिष्क को भी शांति मिलती है। सृजन सामाजिक विकास न्यास के अध्यक्ष अनिल ङ्क्षसह ने सभी को गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई.