वाराणसी (ब्यूरो)। गर्मी ने गुडबाय कह दिया है। अब सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है। इस मौसम में गर्म कपड़े पहनकर ठंड से तो बचाव हो सकता है, लेकिन अंदरूनी गर्मी के लिए खानपान में बदलाव भी जरूरी है। ऐसे में सुबह के ब्रेकफास्ट से दोपहर और रात के भोजन में ऐसे आहार का सेवन करना होगा जो ठंड से बचाव करने के साथ ही शरीर को गर्म एवं ऊर्जावान रखने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाए। इसी को देखते हुए घरेलू महिलाओं ने अपनी रेसीपी में काफी कुछ बदलाव किया है। अधिकतर महिलाएं अब किचन में सर्दी के सीजन वाले डाइट को प्रीफर कर रही है। इसमें प्रोटीन से भरे फूड के साथ ऑयली फूड ज्यादा शामिल हो रहे हैं। सुबह के ब्रेकफास्ट में बनारस की सबसे खास माने जाने वाले चूड़ा-मटर, दम आलू के साथ ही खाने में आलू पराठा, गोभी पराठा, मूली पराठा के अलावा मसालेदार सब्जी के साथ चावल के पिट्ठे का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा मौसमी फलों को भी ज्यादा प्रीफर किया जा रहा है.
पुराने नुस्खों पर भी कर रही अमल
कुछ महिलाओं ने पुराने नुस्खों पर अमल करना शुरू कर दिया है। भोजन में अजवाइन की मात्रा बढ़ाने के साथ ही काली मिर्च, बड़ी इलाइची, जावित्री, दालचीन, तुलसी का काढ़ा एवं अदरक आदि का इस्तेमाल भी बढ़ गया है। डायटिशियन रोली बताती हैं कि आंवला चूर्ण के सेवन से शरीर में विटामीन सी की मात्रा बढ़ती है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इसके अलावा च्यवनप्राश और सूखे मेवे का सेवन भी काफी हद तक सर्दी से बचाव का काम करता है। इससे शरीर को मिलने वाले तत्व व्यक्ति को चुस्त-दुरुस्त रखने में काफी कारगर साबित होते हैं।
खजूर रखता है गर्म
खजूर में विटामिन एबी के अलावा पोटैशियम, मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सर्दियों में खजूर का सेवन शरीर को अंदर से गर्म रखने के साथ मजबूत भी बनाता है। इसके साथ ही सर्दी की डाइट में गुड़ को भी शामिल किया गया है। इस मौसम में गुड़ सबसे फायदेमंद होता है। यह शरीर में खून की कमी को दूर कर के इसको साफ करने में भी मदद करता है। इसके अलावा तिल की तासीर गर्म होती है जिस वजह से सर्दियों में हेल्दी रहने को तिल खाना बहुत जरूरी होता है.
बाजार में बढ़ी सर्दी वाले व्यंजन की मांग
खाने में गर्म तासीर वाली चीजें खाते हुए लोग ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं। तिल गुड़ के लड्डू, मूंगफली के लड्डू के साथ ही गजक व पीन खजूर का स्वाद खाने में लिया जा रहा है। बाजार में भी सुबह के नाश्ते से लेकर रात्रि भोजन तक गर्मी देने वाले व्यंजनों की मांग बढ़ रही है। लोगों ने गर्म तासीर की सब्जियों का भी उपयोग करना शुरू कर दिया है। शहर में गजक, खजूर के साथ ड्राईफ्रूट की बड़ी खेप देखने को मिल रही है। व्यापारी मनीष केशरवारी ने बताया कि सर्दी में ही गर्म चीजें लोग पसंद करते है। ठंड बढ़ते से इसकी डिमंाड बढ़ी है। लोग रेवड़ी, गजक, लड्डू के अलावा जड़ी बूटी वाले लड्डू ले रहे है। जिसमें गुड़, सोंठ, मखाना, काजू, बादाम, मुलेठी सहित कई तरह के जड़ी-बूटी वाले लड्डू खाकर ठंड से बचने का प्रयास किया जा रहा है। इन सब चीजों को सेहत के लिए बहुत अच्छा माना गया है.
ठंड के मौसम में लोगों को भोजन की थाली में बदलाव करना होगा। ठंड तासीर वाली वस्तुओं के सेवन पर रोक लगानी होगी। डाइट चार्ट लोगों के शरीर की क्षमता पर निर्भर करता है लेकिन इस मौसम में चावल आदि जैसे भोज्य पदार्थ का इस्तेमाल कम से कम करना होगा। हरी सब्जियों, आंवला व दूध में हल्दी का इस्तेमाल शरीर को ताकत देने के साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाएगा.
मनीषा सिंह, डाइट्रिशियन
सर्दी आते ही लोगों के खान-पान में काफी बदलाव आ जाता है। इस मौसम में ज्यादातर घरों में ऑयली व्यंजन जैसे आलू, गोभी, मूली, चूड़ा-मटर आदि ज्यादा बनते है। इसका एक मात्रा तक इस्तेमाल तो ठीक है, मगर ओवर होने पर यह सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इस मौसम में गर्म पानी से दिन की शुरुआत करने पर शरीर को सर्दी, खासी एवं जुकाम से काफी हद तक बचाव होता है। इसके सेवन से सीने पर जमा कफ, खांसी के साथ बाहर आ जाता है जिससे सांस में आने वाली दुश्वारियों से काफी हद तक निजात मिलती है।
डॉ। पीके गुप्ता, फिजिशियन