वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार गुणवत्तापूर्ण सुधार हो रहा है। यही वजह है कि प्रदेश में राज्यस्तरीय प्रजनन शिशु स्वास्थ्य (आरसीएच) पोर्टल पर वाराणसी को तीसरा स्थान मिला है, जबकि उन्नाव पहले और हाथरस दूसरे स्थान पर है। टाप फाइव में पीलीभीत और चंदौली को स्थान मिला है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 के आंकड़ों में वाराणसी ने आरसीएच पोर्टल के सभी आठ सूचकांकों में प्रदेश के सापेक्ष अधिक उपलब्धि (81 प्रतिशत) हासिल की है.
सभी के प्रयास से मिला स्थान
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आरसीएच पोर्टल में प्रजनन शिशु स्वास्थ्य जैसे गर्भवती का पंजीकरण, प्रसव पूर्व जांच की सेवाएं, नवजात शिशु का पंजीकरण व सम्पूर्ण नियमित टीकाकरण, उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) सेवाएं, संस्थागत प्रसव आदि सेवाओं के नियमित डाटा फीडिंग का कार्य किया जाता है। लक्ष्य के आधार पर सभी सेवाएं प्रदान कराते हुए समय से डाटा फीड करने पर प्रदेश में प्रत्येक वर्ष रैंकिंग निर्धारित होती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों के प्रयास से वाराणसी ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है, जबकि समस्त प्रदेश की उपलब्धि 68 फीसदी दर्ज की गई है.
गर्भवती पंजीकरण 106 प्रतिशत
आरसीएच पोर्टल के आठ प्रमुख सूचकांकों में वाराणसी की उपलब्धि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिले में गर्भवती का पंजीकरण 106 प्रतिशत हुआ, जबकि पूरे प्रदेश में 75 प्रतिशत पंजीकरण हुआ। गर्भवस्था की पहली तिमाही में 76 फीसदी महिलाओं का पंजीकरण हुआ, जबकि प्रदेश में 74 प्रतिशत। जनपद में 9 प्रतिशत उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं का पंजीकरण किया गया, जबकि प्रदेश में 8 प्रतिशत। जन्म से लेकर एक साल तक के 113 प्रतिशत बच्चों का पंजीकरण किया गया, जबकि प्रदेश में 79 प्रतिशत। समस्त चार प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) में वाराणसी की उपलब्धि 84 प्रतिशत रही, जबकि प्रदेश की 72 प्रतिशत। संस्थागत प्रसव की उपलब्धि 87 प्रतिशत रही, जबकि प्रदेश में 76 प्रतिशत। समस्त प्रसव की उपलब्धि 87 प्रतिशत रही, जबकि प्रदेश की 78 प्रतिशत रही। इसके साथ ही सम्पूर्ण टीकाकरण में वाराणसी की उपलब्धि 83 प्रतिशत रही, जबकि प्रदेश की 78 प्रतिशत रही।
रैंकिंग डैशबोर्ड में दूसरा स्थान
पिछले माह जारी हुई राज्य स्तरीय हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड रिपोर्ट में वाराणसी ने प्रदेश में दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया था। इससे ज्ञात होता है कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्रों, आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व उपकेंद्रों पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए सभी चिकित्सकों, पैरा मेडीकल स्टाफ, सीएचओ, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्यकर्मियों को सुदृढ़ीकरण और नियमित प्रशिक्षित किया जा रहा है.